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व्‍यापारियों की सुविधा के लिए Zola ने लांच किया डिजिटल ऐप


www.zola.in
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व्‍यापारी अपने शहर में बैठकर प्रोडक्‍ट पसंद कर पाएंगे और आर्डर भी दे पाएंगे

मुंबई: मशहूर लेडिज गारमेंट उत्‍पादक कम्‍पनी प्रगति फैशन्‍स प्रा. लि. ने एक डिजिटल ऐप लांच किया है जिसके माध्‍यम से व्‍यापारियों को यह सुविधा होगी कि व्‍यापारी अपने शहर में बैठकर प्रोडक्‍ट पसंद कर पाएंगे और आर्डर दे पाएंगे। यह जानकारी प्रगति फैशन के मैनेजिंग डायरेक्‍टर श्री कीर्ति शाह और सी ई ओ श्री रुषभ गाला ने दी। इस कम्‍पनी का उत्‍पाद जोला ब्रांड के अंतर्गत भारत सहित पूरी दुनियां में बेचे जाते हैं। जोला के बारे में विशेष जानकारी के लिए पाठक उनके वेबसाइट www.zola.in पर जा सकते हैं।


कहाबत है कि आवश्‍यकता ही आविश्‍कार की जननी है। कोरोना महामारी भारत के लिए और सारी दुनिया के लिए एक त्रासदी लेकर आयी मगर यह आयी तो अपने साथ कुछ संभावनाएं भी लेकर आयी है। हमे आगे काफी समय तक सोशल डिस्‍टैंसिंग के प्रोटोकोल का पालन करना पड़ सकता है। ऐसे में व्‍यापार के लिए डिजिटल प्‍लैटफार्म का उपयोग करना इस समस्‍या के समाधान की तरफ एक विकल्‍प है। यह डिजिटल प्‍लैटफार्म एक ऐसी विकसित टेक्‍नोलॉजी है जिसका उपयोग करके व्‍यापारी अपने व्‍यापार को कई गुणा बढ़ा सकता है। आज का युग डिजिटल टेक्‍नॉलाजी का युग है। जितने जागरुक व्‍यापारी हैं वे इसका उतना ही बढि़यां उपयोग कर रहे हैं। प्रगति फैशंस प्रा. लि. अर्थात जोला ब्रांड का यह प्रयास है कि वह डिजिटल टेक्‍नोलॉजी का उपयोग करके अपने व्‍यापार को आने वाले समय के लिए अनुकूल और समृद्ध बनाए।  


मैनेजिंग डायरेक्‍टर श्री कीर्ति शाह और सी ई ओ श्री रुषभ गाला ने कहा कि करोना महामारी हमारे देश और समाज के लिए दर्द है। इसके लिए सबों के मूवमेंट पर रोक लग गयी है। सोशल डिस्‍टैंसिंग का नार्म हमे पालन करना होगा। ट्रांसपोर्टेशन में दिक्‍कत होने वाली है। प्रोबलैम तो है मगर इसका साल्‍यूशन निकालना होगा। उन्‍होंने कहा कि हम इस समस्‍या को पोजिटिव चैलैंज के रूप में लेते हैं। हमे अपने बिजनेस के मौडेल को रिशेप करने का एक मौका मिल गया है।

श्री गाला कहते हैं कि अब यह फिजिकली व्‍यापार करना मुश्किल से मुश्किलतर होता जा रहा है। सरकार ने सोशल गै‍दरिंग पर प्रतिबंध लगा दिया है। ऐसे में सवाल उठता है कि बिजनेस कैसे करें ? उसका उत्‍तर यह है कि डिजिटल प्‍लेटफॉर्म की सहायता लेना पड़ेगा। यह सरल है, एफीसिएंट है और कौस्‍ट अफैक्टिव भी है । आप आज इसकी मदद से कम लागत में बेहतर आउटपुट ले सकते हैं। इससे आपके विकास में दुगनी प्रगति की सम्‍भावना है।‍


श्री शाह ने कहा कि इस टेक्‍नॉलाजी की मदद से जिन खरीदारों तक आप पंद्रह दिनों में पहुच पाते थे, वहां तक एक दिन में, और एक साथ पहुंच सकते हैं। इसमें स्‍पेस का रेस्ट्रिक्‍शन नहीं है, मैन पावर का रेस्ट्रिक्‍शन नहीं है, कोई अन्‍य प्रकार का रेस्ट्रिक्‍शन नहीं है। आज आप लाखों लोगों तक एक साथ पहुंच सकते हैं।


श्री गाला कहते हैं कि हमलोग अनऔरगेनाइज्‍ड रूप में काम नहीं करना चाहते हैं। हमे अपने ब्रांड के वैल्‍यू को आगे बढ़ाते जाना है, जिस सीमा तक जा सके। हमे अपने काम बेहतर से बेहतर तरीके से करना है और इसमें हमेशा सुधार भी करते रहना है।

यह हम एक सिसटमैटिक तरीके से ही कर सकते हैं इसी बात को ध्‍यान में रखकर हमने एक एप लांच किया है। इसपर हम अपना पूरा दूकान पार्ट्रे करेंगे। इसमें हरेक कैटेगारी में हरेक वेराइटी का समावेश होगा।

कस्‍टमर को ऐप में बस डेजायन देखना है, आर्डर करना है, डिलेवरी लेनी है और पेमेंट करना है। हम ऐसी सुविधा अपने ग्राहकों को दे रहे हैं। ग्राहक कहीं से भी इस ऐप के सहारे आर्डर बुक कर सकते हैं। हमलोग टायर सेवेन सिटिज तक पहुचना चाहते हैं।

वे कहते हैं कि भारत में सांसकृतिक विसमता है, भारत में सात स्‍तरों में बाजार बटा हुआ है, टायर वन से टायर सेवन तक। छोटे शहरों और कस्‍बों के दुकानदार आस पास के गारमेंट सेंटरों से अपना माल खरीदते हैं। वे मुंबई आकर मारकेटिंग करना अफोर्ड नहीं कर सकते, मगर हम उन तक पहुचना अफोर्ड कर सकत हैं, इसमें हमे डिजिटल प्‍लेटफार्म के स्‍टैबलिसमेंट और मेंटिनेंस पर थोड़ा खर्च करना पड़ेगा, जो आज की इकोनौमी के हिसाब से महगी तो नहीं है। और अगर यह महगी भी होती तो भी इसका उपयोग करना बुद्धिमानी मानी जाएगी। यह एक क्रांतिकारी खोज है, जो आज से पहले के जमाने में मानव सभ्‍यता के पास नहीं था। डिजिटल प्‍लेटफार्म के माध्‍यम से हमे कस्‍टमर्स को इंगेज करना है। यह हमने तय किया है। यह हमारा विजन है।


मैनेजिंग डायरेक्‍टर श्री कीर्ति शाह और सी ई ओ श्री रुषभ गाला ने कहा कि हमारे एप से अब तक हमारे ५० प्रतिशत ग्राहक जुड़ चुके हैं। हमने दो हप्‍ते पहले अपने ऐप को लांच किया है। इसका हमे अच्‍छा रेसपोंस मिला।

इसमें हमारे ग्राहकों का हम एक प्रोसेस के तहत रजिस्‍ट्रेशन करते हैं। यह व्‍यवस्‍था रिटेलरों के लिए है। इस ऐप की मदद से कस्‍टर हमे बड़े अर्डर भी दे सकता है और छोटा से छोटा आर्डर भी दे सकता है। इसमें कस्‍टमर्स को प्रोडक्‍ट पहुचाने की जिम्‍मेवारी हमारी होती है। हम बड़े शहरों से दूर दराज के कस्‍बों और गांव तक पहुचाने की जिम्‍मेदारी अपने सर लेते हैं। यह हमारा विजन है।

उन्‍होंने कहा कि हमारे पास ६२०० से अघिक कस्‍टमर्स डाटा है। इसमें से आधे ग्राहकों ने इस एप को डाउनलोड कर लिया है। इसके विस्‍तार का काम चल रहा है। इसे अभी अलग अलग सेंटरों में भेजा जा रहा है। कोई नया रिटेलर भी इस ऐप के सहारे हमसे जुड़ सकता है। रिटेलरों को उस ऐप को डाउनलोड करना पड़ेगा और अपने को रजिस्‍टर भी करना पड़ेगा। यह व्‍यवस्‍था रिटेलारों के लिए होगी। यह एंड यूजर कनज्‍यूमरों के लिए नहीं होगी। हमारे ब्रांड के इंटरनैशनल बायर्स भी हैं, जिन्‍हें हम इसी एड के सहारे जोड़ेंगे।

श्री शाह ने कहा कि हमारे ऐप के सहारे एजेंट और डिस्‍ट्रीब्‍यूटर भी जुड़ सकते हैं। हमारे पास ऑलरेडी एक मारकेटिंग चेन है। हम इसी में नये लोगों को भी इस एड की मदद से जोड़ेंगे। हमारा विजन है कि हम कस्‍टमर्स को बेहतर सर्विस दे सकें।


श्री गाला ने कहा कि यह डिजिटल ऐप मोबाइल फ्रेंडली है। इस ऐप पर हमने उतने प्रोडक्‍ट की वेरायटियां प्रस्‍तुत की हैं, जो हमारे दुकान में इग्‍यारह अलग अलग फ्लोर पर फिजिकली एक्जिबिट और सेल किया जाता है। हमने अपने सभी डेजायंस और वेरायटियों को उस पर दे रखा है। इसमें हमने सभी कलरों का समावेश किया है। सभी साइजों का भी समावेश है। हमने इस ऐप में अपनी फिजिकल दुकान का टोटल और डिट्टो रेप्लिका तैयार किया है। इसमें कस्‍टमर को कपड़े का फिल नहीं मिल पाएगा बांकी सभी जजमेंट वह इस एक एप के सहारे कर सकता है।  


श्री शाह ने कहा कि हमे जैसे ही आर्डर मिलेगा हम अगले दिन उस उत्‍पाद को डिस्‍पैच करेंगे और अगले दो या तीन दिनों में वह ग्राहकों का प्राप्‍त हो जाएगा। रिटेलरों के यहां जब मांग बढती है और उसके पास पूर्ति कम पड़ती है तो वह आर्डर देता है। जितनी जल्‍दी हमें आर्डर मिलेगा उतनी जल्‍दी डेलीवरी हो पाएगी। महाराष्‍ट्र और गुजरात में तो डिस्‍पैच के अगले दिन डिलेवरी हो जाता है, मगर दूर दराज के इलाके जैसे पश्चिम बंगाल, उड़ीसा, असम आदि पहुंचने में उत्‍पाद को चार से पांच दिन लग जाते हैं।


श्री गाला ने कहा कि  इस ऐप का नाम है Zola B2B। एनरोइड के ऐप स्‍टोर्स से इसे अपलोड किया जा सकता है। मगर कस्‍टमरों को इसके साथ रजिस्‍ट्रेशन करवाना ही पड़ेगा। इसके लिए हम एक स्ट्रिक्‍ट पद्धति का सहारा लेते हैं। इसमें हम अपने ग्राहक का पूरा बायोडाटा कलेक्‍ट करते है, जिसेमें जीएसटी नम्‍बर सहित कई आइडेंटीटी और डिटेल होते हैं। हमारे पास जोला का एक टीम है, जो इसकी स्‍क्रुटिनी करता है। इसमें जेन्‍यून रिटेलरों को ही समाहित किया जाएगा। हम इन डाटा को मैन्‍यूली चेक कर जेन्‍यून ग्राहकों को ही इस में शामिल करेंगे। हमने अपना प्रोडक्‍ट गर्ल और विमेन दो कैटेगोरी में बांट रखा है। इसके नीचे अनेक सब कैटेगोरियां भी हैं।


जोला का विजन अफोरडेबल प्राइस में प्रिमियम प्रोडक्‍ट ग्राहकों को पेश करना है। हम रिजनेबल प्राइस रेंज में काफी फैशनेबल प्रोडक्‍ट पेश करते हैं। हम उत्‍पादन की क्‍वालिटी में क्रंप्रोमाइज नहीं करते हैं।

श्री शाह ने कहा कि प्रगति फैशन्‍स भारत में लेडिज फैशन की कैटेगोरी में पहली श्रेणी के उत्‍पादकों मे एक है। जोला ब्रांड का गत पचीस सालों से बाजार में गुडविल बरकरार है। हमारे क्‍वालिटी को बाजार सम्‍मान की नजर से देखता है। हमारे ग्राहक हमारे ब्रांड को मांग कर खरीदते हैं। हम हर मारकेट में और देश के हर हिस्‍से में विजिबल हैं। हमारा माल मास क्‍वांटिटी में बिकता है। जोला ब्रांड पहचान की मोहताज नहीं है, मगर फिरभी हमे अपना बाजार और बड़ा करना है। हमने इसी लिए यह ऐप बनाया है। मिड प्राइस सेगमेंट में जोला भारत का लेडिज गारमेंट का सबसे बड़ा ब्रांड है। यह सबसे रिजनेबल प्राइस पर अपना प्रोडक्‍ट बाजार को उपलब्‍ध कराता है।

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