मुंबई: २०२४/०९/२०: सचिन सिंथेटिक्स
का काम काज पिछले सीजन में अच्छा रहा। सचिन सिंथेटिक्स औनर सचिन बजाज ने यह
जानकारी दी।
सचिन सिंथेटिक्स भिवंडी में यूनिफार्म फैब्रिक के प्रमुख और अग्रणी निर्माता है। कंपनी स्कूल ड्रेस, कटपीस, चेक फैब्रिक, स्कूल यूनिफॉर्म फैब्रिक, कॉरपोरेट यूनिफॉर्म फैब्रिक और फैंसी शर्टिंग
फैब्रिक का उत्पादन करती है। यह कंपनी सचिन ब्रांड के अंतर्गत देश भर में यूनिफार्म
फैब्रिक की मारकेटिंग करती है।
राजेंद्र प्रसाद मानिकचंद
बाजाज ने 2005 से भिवंडी, महाराष्ट्र में यूनिफॉर्म
फैब्रिक और अन्य उत्पादों का आरंभ किया। सचिन बजाज उनके बेटे हैं। वे अपने पिता के
नक्सेकदम पर कंपनी को आगे बढ़ा रहे हैं। कंपनी का मुख्यालय भी भिवंडी में स्थित है।
सचिन बजाज ने कहा कि
हालांकि हर बार की तरह इस बार सीजन नहीं था। मगर फिर भी ठीक ठाक रहा। अच्छा व्यापार
हुआ। डिस्पैच रेगुलर चल रहा है।
उन्होंने कहा कि इस बार
नया बुकलेट का काम शुरू हुआ है। अगले दो तीन महीने में वह तैयार भी हो जाएगा। कॉरपोरेट
के लिए भी बुकलेट का काम शुरू है। एक्सपोर्ट
के लिए भी बुकलेट बनाए जा रहे हैं।
उन्होंने कहा कि उनके यहां
३६ पना रेगुलर बेस पर और ५८ पना प्रोग्राम बेस पर बनाया जाता है।
Sachin Synthetics did good business last
season: Sachin Bajaj
Mumbai: 2024/09/20: Sachin
Synthetics did good business last season. Sachin Synthetics owner Sachin Bajaj
gave this information.
Sachin Synthetics is a leading and prominent manufacturer of uniform fabric
in Bhiwandi. The company produces school dress, cut-piece, check fabric, school
uniform fabric, corporate uniform fabric and fancy shirting fabric. The company
markets uniform fabric across the country under the Sachin brand.
Rajendra Prasad Manikchand Bajaj started to produce uniform fabric and
other products in Bhiwandi, Maharashtra in 2005. Sachin Bajaj is
his son. He is taking the company forward in the footsteps of his father. The
company's headquarters is also located in Bhiwandi.
Sachin Bajaj said that although this time the season was not like every
time. But still it was fine. There was good business. Dispatch is going on
regularly.
He said that this time the work of new booklet has started. It will be
ready in the next two-three months. Work of booklet for corporate has also
started. Booklets are also being made for export.
He said that at his place 36 pana are made on regular basis and 58 pana are made on
program basis.
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