![]() |
| Rajendra Jain (Dakshlene) |
मुंबई:
फैब्रिक का उत्पादन आरंभ हो गया है, मगर यह मुश्किल से ३० से ४० प्रतिशत तक ही हो पा रहा है। दक्षज्योत
सिल्क मिल्स के डायरेक्टर श्री राजू भाई
जैन ने टेक्सटाईल पोस्ट को यह जानकारी दी। दक्षज्योत सिल्क मिल्स सभी प्रकार के शर्टिंग का उत्पादन करती है और उसे दक्षलीन
ब्रांड के अंतर्गत देश के लगभग सभी राज्यों और मंडियों में बेचे जाते हैं।
श्री
राजू भाई जैन ने कहा कि लेबर डर रहे हैं। वह अपने आप को सहज नहीं महसूस कर रहा है।
अन्य उद्योग में भी लेबर की कमी चल रही है। ट्रेन बहुत सिमित संख्यां में चल रही
है। आम लोगों के लिए अभी भी लोकल ट्रेन नहीं चल रही है।
श्री जैन ने कहा कि लेबर
जो गांव गये उसमें से मुश्किल से २० प्रतिशत लौटे हैं। लेबरों में कोरोना का डर व्याप्त
है। उन्होंने कहा कि गांवों
में भी अब इंडस्ट्री चालू हो रही है। इसलिए मजदूर कोशिश यह कर रहे हैं कि उसे घर
के करीब काम मिल जाय ।
दक्षलीन
ब्रांड के डायरेक्टर ने कहा कि अभी बाजार में मूवमेंट आने में समय लगेगा। अनलॉक
धीरे धीरे हो रहा है। बाजार को गति पकड़ने में समय लगेगा। थोड़ी थोड़ी ग्राहकी
चालू हो चुकी है। मगर कई जगहों में फिर लॉक डाउन हो गया है। बैंगलौर चालू हुआ फिर
वहां लॉकडाउन हो गया।
दक्षज्योत
सिल्क मिल्स के डायरेक्टर ने कहा कि आगे
काम सुचारू रूप से फुल स्वीम में उत्पादन होना शुरू हो जाएगा। मगर अभी भी हमलोग
त्रासदी से उबरे नहीं हैं। यह तकलीफ कुछ समय तक और चलेगा, ऐसा लगता है।
श्री जैन ने ने कहा कि अभी लोग खरीददारी के मूड में
आ रहे हैं। लोगों की अर्थव्यवस्था खराब हो गयी है। उनकी क्रय शक्ति खत्म हो गयी
है। अत: आदमी अभी ज्यादा जरूरी सामान ही
खरीद रहा है। कपड़ा उनकी जरूरीतों के लिस्ट में बाद में आता है।
उन्होंने कहा कि जबतक बाजार में कैश
फ्लो नहीं होगा, तब तक बाजार में रौनक नहीं आएगी।
तब तक बाजार में यह तकलीफ बनी रहेगी। सरकार की स्कीम लागू होगी और फंड राइज होगा, तब बाजार में रौनक आएगी। फंड आने ही वाला है, मगर
अभी स्थिति उतनी स्पष्ट नहीं है। बाजार
में कैश का फ्लो होने वाला है। अभी उतार चढाव होता रहेगा।
श्री जैन ने कहा कि बकाया रकम थोड़ा
थोड़ा करके आ रहा है। हमें उनको सम्हाल कर लेना ही पड़ेगा। क्योंकि उनकी भी कोई
गलती नहीं है। उनके यहां स्टॉक पड़ा है। वह भी नया और जूना के साथ संतुलन बनाने
में लगा है। यह सही है कि पैसा डूबेगा नहीं ।
दक्षज्योत सिल्क
मिल्स के डायरेक्टर ने कहा कि टेक्सटाइल प्रोडक्ट के सेल में
डिजिटल मेडिया का प्रयोग आरंभ हो गया है। जो दिखता है वो बिकता है। लोगों का आना
जाना प्रतिबंधित होता जा रहा है इसलिए प्रोडक्ट को डिसप्ले करने के लिए डिजिटल
मेडिया का प्रयोग तेज हो रहा है। फैब्रिक का फील के अलाबा हर बात डिजिटल मेडिया के
माध्यम से समझा जा सकता है। आने वाले दिनों के लिए यह व्यापार का एक अच्छा
विकल्प साबित होगा। अभी भी डिजिटल मेडिया से काम चल ही रहा है। आगे और चलेगा और
हो सकता है यह अनिवार्य हो जाय। इससे पैसों की बचत भी होगी। अब विडियो सूटिंग से
और जूम जैसे ऐप की मदद से काम हो रहे हैं।
श्री जैन ने कहा आने वाले समय में
भारत हर तरह से आत्म निर्भर होने वाला है। यही मोदी जी का अवाहन है। और जनता भी
यही चाहती है। देश के लिए भी यही लाभप्रद है। आने वाले समय में मल्टीपरपस काम
होगा। जो ऐसा करेगा वही टिकेगा। हमे अपने उत्पाद की क्वालिटी को मेनटेन करना
होगा। मारकेटिंग की आधुनिक तकनीकी अपनानी पड़ेगी।
आज थोड़ा सम्हलकर और आधुनिक तकनीकी की मदद से काम
करे तो कोई दिक्कत नहीं होने वाली है। उन्होंने ने कहा कि रिटेल की दुकाने खुल
रही हैं तो पूछ परख शुरू हो गयी है। आजकल बैक्टिरिया और अन्य वयरसों से बचाने
वाले कपड़े भी मारकेट में आ रहे हैं । लोग उसे पसंद कर रहे हैं। कस्टमर हमेशा नयी
चीज को पसंद करते हैं।


.jpg)
.jpg)










.jpg)
.jpg)

0 टिप्पणियाँ
Please do not enter any spam links in the comment box.