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कोरोना की महामारी के प्रति हरेक आदमी में आयी जागरुकता देश के भविष्य को बेहतर बनाता जा रहा है: सज्ज न कंवर (वीटेक्स्)

 

Sajjan Kawar, Director,  VTEX


मुंबई: कोरोना की महामारी के प्रति हरेक आदमी में एक जागरुकता आ गयी है। यह  जागरुकता देश को बेहतर बनाता जा रहा है। वीटेक्‍स लाइफस्‍टाइल के डायरक्‍टर श्री सज्‍जन कंवर ने यह जानकारी दी। वीटेक्‍स कम्‍पनी मुंबई के टेक्‍सटाइल जगत का एक लोकप्रिय और जाना माना नाम है।

 

 


श्री कंवर ने कहा कि कोरोना काल में व्‍यापार की गति थम सी गयी थी। उसमें अनेक तरह की दिक्‍कतें आ गयी थीं। लेबर की प्रोब्‍लेम खड़ी हो गयी थी। वे गांव चले गये। वे वापस नहीं आना चाहते थे। मगर इसको हमारे प्रधान मंत्री ने धैर्य के साथ टैकल किया। स्‍टार्ट में यदि लॉकडाउन नहीं लगाया जाता तो हम सब, सारा राष्‍ट्र भारी मुश्‍किल में फस सकता था। मगर हमारे राष्‍ट्रीय नेतृत्‍व की सावधानी के कारण भारत बड़े क्षति से बच गया। अगर समय रहते भारत सरकार ने ऐसा निर्णय नहीं लिया होता तो हमलोग बड़े शिकंजे में फंस सकते थे।

 

श्री कंवर ने कहा कि आज हरेक आदमी, चाहे वह गरीब हो या अमीर, सफाई के प्रति जागरुक हो गया है। यह जागरूकता हमारे लिए बेहतर है। अगर यह जागरूकता नहीं आती, अगर प्रशासन ने ऐहतियात नहीं बरती होती तो बड़ा नुकसान हो सकता था।

 

उन्‍होंने कहा कि कपड़ा व्‍यापार पिछले १५ सालों से एक सुस्‍त व्‍यापार था। आवश्‍यकता से अधिक कपड़ा का उत्‍पादन होता था। इस व्‍यापार को गति नहीं मिल पा रही थी। इसमें बिना प्रोग्रेस किए एक सर्वाइवल चल रहा था। कोरोना के कारण उत्‍पाद बंद पड़ गया और अब धीरे धीरे मारकेट खुल रहा है। अब लोग बाग मारकेटिंग करने लगे हैं।

 

श्री कंवर ने कहा कि देहातों में कोरोना नहीं के बराबर रहा। वहां की मैरिज सीजन अच्‍छी चली। कपड़े की खपत अच्‍छी रही। एक प्रकार का बैलेंस बन गया। हर जगह से डिमांड आने लगी। पूरी पाइप लाइन खाली हो चुकी है। उसी वजह से डिमांड बनी रहेगी।

 

उन्‍होंने कहा कि लॉकडाउन की वजह से जो पेमेंट नहीं आ रहा था, वह अब आने लगा है। अभी माल के शौर्टेज का काल है। यार्न तेज हो गया है। एक्‍सपोर्ट में एक भारी डिमांड पैदा हो गयी है। लोगों ने आगामी यार्न बुक कर दिया। इसीलिए यार्न में तेजी है। उत्‍पादन फिर से तेज हो रहा है। इस उथलपुथल से टेक्‍सटाइल व्‍यापार को एक बेहतर फेज मिल गया । इसकी अपनी पहचान बन गयी। व्‍यावहारिक दृष्टि से बेहतर माहौल का निर्माण हो रहा है। आज जिसको माल चाहिए उसको पैसा भेजना पड़ेगा। पहले यह प्राथमिकता नहीं थी।  टेक्‍सटाइल व्‍यापार अब सही ढांचे में आकर सिस्‍टमेटिक तरीके से चलने की ओर अग्रसर है।

 

श्री कंवर ने कहा कि टेक्‍सटाइल व्‍यापार में अनेक अनियमितताएं थीं। वे धीरे धीरे छटने लगी हैं। इस व्‍यापार में अब अवेरनेस का समय आया है। अब यह व्‍यापार बेहतर स्थिति में आता जा रहा है। सारी परिस्‍थितियां अब इस व्‍यापार के अनुकूल बन गयी हैं।  अब जो सिस्‍टमेटिक काम करेंगे वे जीतेंगे। कपड़ा व्‍यापार में बड़ी संख्‍या में पढ़े लिखे नयी पीढ़ी के लोग आ गये हैं। लोग डिजिटल मेडिया का उपयोग कर रहे हैं। इससे देश की उन्‍नति होगी। कपड़ा व्‍यापार को अच्‍छी गति मिलेगी।

 

उन्‍होंने कहा कि अब व्‍यापार को सुव्‍यवस्थित करने का समय आ गया है। अब इस व्‍यापार से बिचौलिए और मौकापरस्‍त लोग गायब हो जाएंगे, जो इस व्‍यापार को खराब कर रहे थे, जो निति विरुद्ध चल रहे थे। अब अच्‍छे व्‍यापारियों का जमाना रहेगा। आनेवाला समय कपड़ा व्‍यापार के लिए उज्‍वल है। अब इस व्‍यापार को सवारा जा सकता है।

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