Header Ads Widget

 Textile Post

फैब्रिक उत्‍पादन के लेबर का आना शुरू हो गया है: सज्‍जन कवर (वीटेक्‍स लाइफ स्‍टाइल)

Sajjan Kawar, Director, V-tex Lyfestyle Mills
Sajjan Kawar, Director, V-tex Lyfestyle Mills

मुंबई: फैब्रिक उत्‍पादन आरंभ हो गया है। लेबर का आना शुरू हो गया है। वे मुंहमांगे दाम पर काम कर रहे हैं। उनको टिकटें भेजी जा रही हैं। विजय लक्ष्‍मी ग्रुप के वीटेक्‍स विविंग एंड मैन्‍यूफैक्‍चरिंग मिल्‍स लि. तथा वीटेक्‍स लाइफस्‍टाइल मिल्‍स के डायरेक्‍टर श्री सज्‍जन कवर ने दी।


श्री कवर ने कहा कि मजदूरी लगभग दुगुनी हो गयी है। मजदूर एडवांस पैसा मांगते हैं। इन्‍हीं स्थितियों में उत्‍पादन हो रहा है। ईद से पूर्व तक मात्र १० प्रतिशत उत्‍पादन हो रहा था। अब वह बढ़कर ३० से ३५ प्रतिशत तक पहुंच गया है। इन दिनों लेबर के आने का सिलसिला चल रहा  है। कोई जा नहीं रहा है। श्री कवर ने कहा कि ऐसा लगता है कि नवरात्रि तक उत्‍पादन ७०  से ८० प्रतिशत तक पहुंच जाएगा।

वीटेक्‍स विविंग एंड मैन्‍यूफैक्‍चरिंग मिल्‍स लि. के डायरेक्‍टर ने कहा कि आने वाला समय डि‍जिटल युग है। कोबिड की वजह से हो सकता है कि साल दो साल तक लोगों का मिलना जुलना कम हो। उसके लिए इन डिजिटल माध्‍यम का उपयोग आवश्‍यक होता जा रहा है।
श्री कवर ने कहा कि हमने सेलिंग की रणनीति में बदलाव लाया है। हमने अपने सेल और मारकेटिंग के परपस से एक डिजिटल ऐप लांच किया है। हमारा कस्‍टमर उसकी मदद से हमसे सीधा डिमांड कर सकता है।

उन्‍होंने कहा कि जो आज के जमाने में डिजिटल टेक्‍नोलॉजी का इस्‍तेमाल करेगा उसका काम आसान होगा उसकी भविष्‍य उज्‍ज्‍वल है। जो इस टेक्‍नोलॉजी का उपयोग नहीं करेगा उसका भविष्‍य निगेटिव है।
श्री सज्‍जन कवर ने कहा कि पेमेंट की पोजिशन खराब है। रिटेल की दुकाने खुली हैं। मगर बड़े बड़े रिटेल के शो रूमों में ग्राहक कम आ रहे हैं। शादी व्‍याह का भी अभी सीजन नहीं है। फेस्टिवल नहीं मनाए जा रहे हैं। भारत में जो पारंपरिक ग्राहकी होती है वह अभी नगण्‍य हो रही है। जब तक इसमें सुधार नहीं होगा तब तक पेमेंट की स्थिति में सुधार नहीं होगी।
श्री कवर ने कहा कि मौजूदा हालत में उत्‍पादकों को उतना ही उत्‍पादन करना चाहिए जितना वह सहजता से बेच सके। पेमेंट के चक्‍कर में बहुत व्‍यापारी फंसे हुए हैं। और आगे भी इसकी आशंका है।

श्री कवर ने कहा कि रिटेल की दुकाने खुल गयी हैं, मगर दुकानों पर ग्राहक नहीं पहुच रहें हैं। ट्रांसपोर्टेशन बंद है। ट्रेने बंद हैं। लंबी दूरी की बसें बंद हैं। लोग पहुंच नहीं पा रहे हैं। और व्‍यापारी को आज घर बैठे माल चाहिए। जो ऐसा कर पाएगा आने वाला जमाना उसी का है। इस काम में डिजिटल टेक्‍नोलॉजी का प्रयोग फायदा पहुंचाता है।
वीटेक्‍स विविंग एंड मैन्‍यूफैक्‍चरिंग मिल्‍स लि. के डायरेक्‍टर ने कहा कि हमारे यहां जो फैंसी का काम होता है, उसमें बहुत तरह की सैंपलिंग होती है। बहुत तरह की डेजायनिंग होती है। पहले हमारे रिप्रजेंटेटिव सैंपल दिखाकर आर्डर बुक करते थे। आज हमने एक ऐप में सारा कुछ एक जगह उपलब्‍ध कर दिया है। रिटेलर उस ऐप पर ही हमें आर्डर दे देता है। उसे ऐप में स्‍टॉक की पोजीशन भी पता चल  जाता है। उसको पता चल जाता है कि माल मिलने वाला है या नहीं मिलने वाला है या कब तक मिलने वाला है। उन्‍होंने कहा कि पहले यह ग्राहकों को नहीं पता चल पाता था। यह ऐप काफी वैज्ञानिक है। इस ऐप के माध्‍यम से रिटेलर भी आर्डर दे सकता है और डीलर या होलसेलर भी आर्डर दे सकता है। इस ऐप को कोई भी डाउनलोड कर सकता है।
अब होलसेलरों ने अपने अपने रिटेलरों को यह ऐप डाउन लोड करवा दिया है। अब रिटेलर्स उसी ऐप पर हमे सीधा आर्डर दे सकता है, या भाया होलसेलर भी आर्डर दे सकता है।


श्री कवर ने कहा कि होलसेलर के माध्‍यम से हम जो व्‍यापार करते हैं उसमें उधार का कारोबार होता है। यदि कोई रिटेलर हमसे सीधा कारोबार चाहता है तो हम उससे एडवांस लेकर ही काम कर सकते हैं।

श्री कवर ने कहा  कि डिजिटल मेडिया को स्‍थापित करने में खर्च तो आता है, मगर आज के समय में इसके बिना काम कर पाना काफी मुश्किल काम है।

श्री कवर ने कहा  कि त्‍योहार का सीजन आने वाला है। लोगों के अंदर से कोबिड का भय निकल चुका है। फेस्टिवल की ग्राहकी यदि निकली तो माल उपलब्‍ध नहीं होगा।

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ