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| Harsh Tibrewal |
मुंबई: प्रोडक्शसन हो रहा है। लेबर भी आ रहे हैं। लेबर का सौर्टेज नहीं है। जितना चाहिए उतना लेबर उपलब्ध है। मगर उत्पाैदकों को आशंका है कि आगे क्याह होगा। हमारा ग्राहक वही खरीद रहा है जो उनके लिए अति आवश्य्क हैं। सूटिंग लगन में बिकता है। आगे लगन कम है। इसलिए सेल नहीं है। क्यूकमेक्सल टेक्स।टाइल मिल्सि एलएलपी के डायरेक्टेर श्री हर्श टिबरेबाल ने यह जानकारी दी।
श्री टिबरेबाल ने कहा कि हमने अपने उन खरीददारों की छटनी कर दी है जो समय से पैसा नहीं दे पाते हैं। जो इसकी टोपी उसके सर रखकर यह कारोबार करते हैं। जिनके पास व्या पार करने के लायक पूंजी नहीं है। इस लॉक डाउन के दरम्या न पता चल गया कि कौन तरीके से व्यापपार कर सकता है, कौन नहीं। इस तरह ५० प्रतिशत व्यानपारियों की हमने छटनी कर दी। उन्होंयने कहा कि बचे हुए जो ५० प्रतिशत व्यापारी हैं वे उतना ही माल मंगा रहे हैं जितनी उनको जरूरत है। जिसका पेमेंट उनको टाइम से करना है।
श्री टिबरेबाल ने कहा कि पेमेंट का रोटेशन सही तरीके से नहीं हो पा रहा है। बहुत व्यािपारी तो पेमेंट इस डर से नहीं दे रहे हैं कि उनको डर है कि कल हमे जरूरत पड़ गया तो हमे पूंजी रखना चाहिए। आज कैश से व्यानपार हो रहा है और कैश से व्या पार करनेवाले व्याहपारी बाजार में गिने चुने हैं। इसलिए भी व्यारपार कम हो रहा है।
श्री हर्श टिबरेबाल ने कहा कि एलेक्ट्रो निक मारकेटिंग का चलन हो रहा है, मगर यह बस रेडीमेड रिटेलरों के लिए सही हो सकता है। होलसेल लेबेल पर ऑनलाइन मारकेटिंग सफल नहीं हो सकता है, क्योंतकि उनको कपड़े का टच और फील भी तो देखना रहता है। विदेशों में भी होलसेल मारकेटिंग में ऑनलाइन मारकेटिंग सफल नहीं है। होलसेल में ऑनलाइन मारकेटिंग मुश्किल है। ऑनलाइन इंक्वा इरी के हद तक अच्छाग है।
श्री टिबरेबाल ने कहा कि बेशक आज भी कोरोना गया नहीं है, मगर लोगों ने अब समझ लिया है कि अब इसके साथ ही जीना पड़ेगा। काम को अब ज्यगदा कोरोना के डर से रोका नहीं जा सकता है। कोरोना के आने से लोगों में हाइजिकिक सेंस बढ गया। उनको ज्यकदा साफ सुथरा रहने की आदत हो गयी। कुछ जगहों पर लोगों ने मास्कज पहनना भी छोड़ दिया है। कोरोना भले ही खत्म ना हो, कोरोना का डर ता खत्मभ हो गया है।
श्री टिबरेवाल ने कहा कि फैब्रिक व्या पार की एक बड़ी दिक्कात यह है कि कम्पीटटिशन बढ गया है। आप जो फैब्रिक १० रूपये में बेचते हैं, वही बाजू बाला ९ रूपये में देने को तैयार है। हमारे समुदाय में एकता नहीं है। सब एक दूसरे का नुकसान करने पर तुले हैं।
श्री टिबरेवाल ने बताया कि अब सेल्सतमैनों का टूर पर जाना शुरू हो गया है। बुकिंग धमाकेदार चल रही है। कांफ्रेंसें चल रही हैं। हमारी गोरखपुर में कांफ्रेस हो चुकी हैं। इसका हमें अच्छा रेस्पोंरस मिला।


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