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वित्त वर्ष 2022 में भारतीय होम टेक्सटाइल निर्यातकों के राजस्व में 20% की होगी वृद्धि: CRISIL

 


03 नवंबर 2021: वित्त वर्ष 2022 में  भारतीय होम टेक्सटाइल निर्यातकों के राजस्व में २० प्रतिशत की वृद्धि होगी। क्रिसिल रेटिंग्स के निदेशक, गौतम शाही  ने ने एक प्रेस विज्ञप्ति में यह जानकारी दी।

 

CRISIL ने भारतीय होम टेक्सटाइल निर्यात में 60 प्रतिशत से अधिक राजस्व की हिस्सेदारी रखने वाली 50 कंपनियों के क्रिसिल रेटिंग्स के विश्लेषण के आधार पर  यह निष्‍कर्ष निकाला है।

 

क्रिसिल ने कहा कि विकास तीन टेलविंड पर सवार होगा- मजबूत अमेरिकी खुदरा बिक्री और निर्यात बाजारों में आगामी त्योहारी सीजन के लिए बेहतर दृष्टिकोण;  स्वास्थ्य और स्वच्छता पर निरंतर ध्यान देना;  और बड़े ग्राहकों द्वारा अपनाई गई 'चाइना प्लस वन' सोर्सिंग रणनीति।

 


भारतीय होम टेक्‍सटाइल उद्योग का वार्षिक राजस्व रू 55,000 करोड़ है। इसका 60 प्रतिशत निर्यात होता  है, जिसमें टेरी तौलिए, चादरें, तकिए के कवर, पर्दे  और कालीन शामिल हैं।

 

विज्ञप्ति में  कहा गया है कि  इस वित्तीय वर्ष में अब तक निर्यात की मांग अच्छी रही है और तीसरी तिमाही में इसके मजबूत रहने की उम्मीद है। हॉस्पिटैलिटी सेगमेंट से प्रतिस्थापन की मांग (replacement demand) में वृद्धि हुई है।  जिसमें उपभोग के स्तर में सुधार हुआ है। होटल सख्त स्वच्छता मानकों का पालन कर रहे हैं।

 

2021 की पहली छमाही में संयुक्तराज्य अमेरिका के होम फर्निशिंग खुदरा बिक्री में 42 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। 2019  में महामारी  के पूर्व के इसी अवधि में  यह वृद्धि 15 प्रतिशत थी।

 


साथ ही, 'चाइना प्लस वन' रणनीति स्पष्ट रूप से काम कर रही है। यह 2021 के पहले आठ महीनों में कपास की चादरों और टेरी तौलियों के अमेरिकी आयात में भारत की हिस्सेदारी में 51 प्रतिशत की वृद्धि दिखाई दे रही है।  जबकि 2020 में यह 46 प्रतिशत था। चीन का हिस्सा 20 प्रतिशत से घटकर 16 हो गया है।

 

बेड लिनन सेगमेंट में भारत के तीन बड़े सूचीबद्ध होम टेक्सटाइल खिलाड़ियों की औसत क्षमता इस वित्त वर्ष की पहली तिमाही में क्षमता बढ़कर लगभग 87 प्रतिशत हो गया।  जबकि महामारी पूर्व यह लगभग 68 प्रतिशत था। बाथ लिनन खंड के लिए यह क्षमता लगभग 75 प्रतिशत हो गया जबकि महामारी से पहले यह 66 प्रतिशत था।

 

इस प्रकार इस निर्यात क्षेत्र में परिचालन लाभप्रदता (Operating profitability) 200 से 250 आधार अंक सुधरकर चालू वित्त वर्ष में लगभग 18 प्रतिशत होने की उम्मीद है। मार्च 2024 तक राज्य और केंद्रीय कर और लेवी (RoSCTL) योजना की छूट का विस्तार और उच्च क्षमता उपयोग से निश्चित लागत के बेहतर कवरेज से कपास की कीमतों में तेज वृद्धि को काउंटर बैलेंस करने में मदद मिलेगी।

 


राजस्व और लाभप्रदता में वृद्धि से नकदी प्रवाह में सुधार होगा।  वर्तमान समय में उच्च क्षमता के उपयोग और स्वस्थ मांग क्षमता विस्तार को प्रोत्साहित करेगा।  इसके परिणामस्वरूप उच्च ऋण स्तर हो सकते हैं।

 

घरेलू स्तर पर अपने राजस्व का एक बड़ा हिस्सा प्राप्त करने वाले 10 होम टेक्सटाइल निर्माता धीमी रिकवरी के कारण निर्यातकों से कमतर प्रदर्शन करना जारी रखेंगे।

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