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भारत टेक्‍सटाइल का एक बड़ा हब बनने की दिशा में बढ़ रहा है: राजेंद्र जैन(दक्षलीन)

 

Rajendra Jain, Director, Shree Daksh Jyot Silk Mills Pvr. Ltd

 

 

मुंर्बई: भारत टेक्‍सटाइल का एक बड़ा हब बनने की दिशा में बढ़ रहा है। भारत के टेक्‍सटाइल में इनवेस्‍ट करने को दुनियां भर के इनवेस्‍टर आ रहे हैं। भारत के साथ वियतनाम, बंगलादेश, मलेशिया का भी नम्‍बर है। मगर भारत इसमें सबसे आगे रहेगा। अगले दो सालों में भारत का हुलिया ही बदल जाएगा। दक्षज्‍योत सिल्‍क मिल्‍स के डायरेक्‍टर श्री राजेंद्र जैन ने यह जानकारी दी। यह कम्‍पनी दक्षलीन ब्रांड के अंतर्गत शर्टिंग फैब्रिक का उत्‍पादन करती है। यह टेक्‍सटाइल जगत का एक लोकप्रिय ब्रांड है, जो भारत के हर मंडी में बिकता है।

 

श्री राजेंद्र जैन ने कहा कि मुझे भारत का उज्‍वल भविष्‍य दिखाई देता है। मोदी जी ने खादी को कितना बढ़ा दिया। सरकार सही दिशा में निर्णय ले रही है। लगभग दो सालों में भारत में काफी सकारात्‍म परिवर्तन होने वाला है। चीन के विरुद्ध पूरी दुनिया में जो हवा फैली है उसका फायदा भारत उठाएगा।

श्री जैन ने कहा कि अमेरिका के निशाने पर टर्की है। टर्की भारत विरोधी है। अनेक अमेरिकी इनवेस्‍टमेंट टर्की से उठकर भारत भी आ सकते हैं। भारत का भविष्‍य उज्‍वल दिखाई देता है।

श्री जैन ने कहा कि चीन जो अब तक टेक्‍सटाइल का हब था, अब वहां से टेक्‍सटाइल कं‍पनियां दूसरे देशों में सिफ्ट होना चाहती हैं। उनको विकल्‍प के रूप में भारत, वियतनाम, मलेशिया और बंगलादेश जैसे चंद ही कुछ देश दिख रहे हैं।

 

श्री जैन ने कहा कि भारत के उद्यमियों को, विशेषकर टेक्‍सटाइल उद्यमियों को, धैर्य से और आशावान होकर काम करने की जरूरत है। आगे कोई दिक्‍कत नहीं आने वाली है। लोगों का जितना व्‍यापार दो पीढियों में नहीं हुआ वह आने वाले  तीन से पांच  सालों में होगा। भारत की अर्थव्‍यवस्‍था इस गति से बढ़ने वाली है, विशेषकर टेक्‍सटाइल में। टेक्‍सटाइल का गोल्‍डेन पीरियड शुरू होने वाला है। भारतीय उत्‍पाद के निर्यात के  लिए पूरी दुनियां में रास्‍ते खुलेंगे। चीन के खिलाफ विश्‍व स्‍तर पर जो रोष है उसका लाभ भारत को ही सर्वार्धिक मिलेगा। वेशक इसका फायदा भारत के अलावा वियतनाम, मलेशिया और बंगलादेश को भी मिलेगा मगर लॉयन शेयर तो भारत को ही मिलेगा। ऐसे में बस जरूरत है कि भारतीय उत्‍पादक सम्‍हलकर काम करे, क्‍वालिटी उत्‍पाद बनाए, फेयर तरीका से विश्‍वसनीयता बरकरार रखकर व्‍यापार करे। अपनी चादर के अनुसार ही पैर फैलाए। फिर भारतीय उत्‍पादकों के साथ कोई ईशू नहीं होगा।

श्री जैन ने कहा कि अमेरिका के नये राष्‍ट्रपति जॉ बाइडन चीन के खिलाफ हैं। चीन को आने वाले समय में कई मुश्‍किलों का सामना हो सकता है।

 

श्री जैन ने कहा मोदी साहब का मौजूदा अंतराष्‍ट्रीय राजनीति में विशेष स्‍थान है। उनके नेतृत्‍व में भारत आर्थिक दृष्टि से बहुत आगे जाने वाला है। मोदी साहब की विश्‍वसनीयता भी आज विश्‍व में इतना ज्‍यादा है कि इनवेस्‍टर खिच कर इधर आ रहे हैं। फिर भारत अपने आप में एक बड़ा बाजार भी है। यहां कुछ भी उत्‍पादन किया जाय, उसका अधिकांश देश में ही बिक जाएगा। निर्यात का झमेला भी बहुत कम है ।

 

श्री जैन ने कहा कि दीपावली में फैब्रिक का अच्‍छा कारोबार हुआ। ज्‍यादातर उत्‍पादकों का स्‍टॉक खत्‍म हो गया। चाहे मुंबई हो, सूरत हो, या भीलवारा हो, या अन्‍य कपड़ा मंडियों की बात हो, हर जगह इस दीपावाली में उत्‍पादकों का स्‍टॉक नील हो गया। कपड़े की दिन प्रति दिन सौर्टेज हो रही है। लोग घर बैठकर माल खरीद और बेच रहे हैं। डिजिटल मारकेटिंग का उपयोग बढ रहा है। लोगों का आना जाना कोरोना के कारण भले ही कम हो गया है, मगर व्‍यापार हो रहा है।  

 

श्री जैन ने कहा कि कोरोना ने लोगों को बहुत कुछ सीख भी दी है। लोगों ने व्‍यापार में कॉस्‍ट कटिंग करना सीख लिया। सेविंग करना सीख लिया। लोगों ने घर बैठे काम करना सीख लिया। लोगों ने डिजिटल टेक्‍नोलोजी का उपयोग करना सीख लिया।  हाइजिन की दृष्टि से लोगों ने साफ सुथरा रहना और सैनिटेशन का महत्‍व क्‍या है, वह भी सीख लिया है।

 

श्री जैन ने कहा कि आउटस्‍टैंडिंग आ रहा है। रॉलिंग हो रही है। लेवेल होने में तो थोड़ा टाइम लगेगा मगर हालात बेहतर हैं। आउटस्‍टैंगि धीरे धीरे लेवेल की तरफ आ रहा है। यह एक अच्‍छा सिगलन है। श्री जैन ने कहा कि आगामी शादियों के सीजन की हमारी अच्‍छी तैयारी है।

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