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दीपावली का सीजन व्‍यापार के हिसाब से अच्‍छा गया, उसके उपरांत सीजन नॉरमल चल रहा है: रमेश गाड़ोदिया

Ramesh Garodia, MD, Garodia Syntex


मुंबई: दीपावली का सीजन व्‍यापार के हिसाब से अच्‍छा गया। दीपावली के उपरांत का सीजन बहुत बढि़यां तो नहीं जाता है। यह नॉरमल रहता है। यह अभी नॉरमल ही रहेगा। यह हर साल का ट्रेंड है। गाड़ोदिया सिंटेक्‍स के डायरेक्‍टर श्री रमेश  गाड़ोदिया  ने यह जानकारी दी।

 


गाड़ोदिया सिंटेक्‍स फैंसी शर्टिंग फैब्रिक के उत्पादन में प्रख्यात कंपनी  है। कम्पनी सिम्‍पल सौबर आइटमों की काफी लम्बी रेंज बनाती है।  यहां प्रिंट, प्लेनऔर  चेक्स की  भी लम्बी रेंज बनायी जाती है। शर्टिंग फैब्रिक में कैटोनिक चेक्स,  मल्टी  कलर चेक्स, डौबीज, फैंसी प्लेन वेरायटीज, साथ ही ब्राइट कलर की काफी लंबी रेंज तैयार की जाती है। कम्पनी कुर्ते की फैब्रिक की भी एक बड़ी रेज बनाती है। यहां रेडी टू स्टिच और  फैब्रिक की पीसेस बनायी जाती हैं, जिसमें ब्राइट कलर, बूटा स्ट्राइप्स, स्लेब चेक्स शामिल होते हैं। पोस्‍टर  शर्टिंग की भी अनेक वेरायटीज बनायी जाती हैं।

 

श्री गाड़ोदिया ने कहा कि दिसंबर के अंत से फिर सीजन जोर शोर से चालू होगा।

 


 

यह कम्पनी गणगौर ब्रांड के अंतर्गत हाई क्वालिटी सूती में साड़ी का भी उत्‍पादन करती है। इसे उत्तर भारत के बाजार में अच्छा  रेसपोंस मिलता है। उच्च  गुणवत्ता युक्त साड़ी अपने दाम के लिहाज से काफी इकोनोमिक होते हैं। इन साडि़यों को बिहार,  उड़ीसा,  यूपी,  झारखंड आदि प्रदेशों में बेहद पसंद किया जाता है। देश के अन्य  हिस्सों में भी इनकी मांग रहती है।

 

रमेश शर्टिंग्स  कॉनसेप्ट वाइज प्रिंट शर्टिंग फैब्रिक का उत्पादन भी करती है। यहां प्लेन में पीसी, कॉटन, लीनन बेस, डौबीज, स्ट्राक्च्रर्स आदि में कई नयी वेरायटियां बनायी जाती हैं। जी वर्ल्ड  ब्रांड के अंतर्गत प्ले्न कलर्स के आइटम्स की लम्बीं रेंज डेव्हॉलप की जाती है।

मोंटोरो ब्रांड के अंतर्गत रेडीमेड शर्ट का उत्पादन किया जाता है। यह एक स्ट्रॉन्ग ब्रांड है। इसमें उच्च गुणवत्ता के फैब्रिक के साथ साथ काफी अपडेटेड कोटि की स्टिचिंग का प्रयोग किया जाता है। यह रिच तथा आकर्षक दिखता है। कस्टमर्स इसे काफी पसंद करते हैं। मोंटोरो रेडीमेड शर्ट  में प्योर काटन वेरायटी की प्रिमियम शर्टिंग फैब्रिक बनायी जाती है । पीस पैकिंग में पांच से सात तरह की पैकिंग बनायी जाती है।

 

श्री गाड़ोदिया ने कहा कि दीवाली के बाद पेमेंट रेगुलर वे में सही तरह से आ रहा है। रमेश शर्टिंग और डी मोंटे शर्टिंग फैब्रिक क्रमश: ३६ इंच तथा ५८ इंच पने में बनायी जाती हैं। ये फैब्रिक प्लेन, लाइनिंग, चेक्‍स, और प्रिंट में बनाए जाते हैं। इसे बाजार का अच्छा रेसपोंस मिलता है।

 


उन्‍होंने कहा कि आगे की सीजन की तैयारिया लगभग पूरी हो चुकी है। इन तैयारियों में लगभग तीन महीने का समय लगता है। उसी हिसाब से हम एडवांस में तैयारी करते हैं और इस साल भी ऐसा ही हुआ है।

 

कॉटन में फैंसी आइटम्स बनाए गए हैं। प्रिंट के काफी आइटम्‍स बनाए गए हैं। चेक्‍स की भी कई वेरायटियां बनायी गयी है। उसकी डिमांड पहले से बढ़ी है।

 

श्री  गाड़ोदिया ने विरोध किया कि कपड़े पर जीएसटी का दर नहीं बढ़ना चाहिए। कपड़ा वर्षों से नो टैक्‍स वाले आइटमों की श्रेणी में था। टैक्‍स बढ़ने से व्‍यापार में अन्‍य कठिनाइयां होंगी। इससे गारमेंट वालों को ज्‍यादा फर्क पड़ेगा। 

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