मुंबई
: वर्तमान सीजन में ऊनी कपड़ों की मांग में सुधार देखने को मिला है। मुंबई मार्केट में चहल-पहल है। बीते
त्योहारी सीजन में दिवाली के मौके पर फैब्रिक और रेडीमेड गार्मेट की बिक्री अच्छी रही।
उत्तर भारत में गार्मेट और होजरी की प्रमुख औद्योगिक नगरी लुधियाना में इस समय ऊनी कपड़ों की मांग निकलने से बहुत हद तक राहत मिली है।
पंजाब में काफी कुछ रिकवरी आ गई है, पिछले साल की इसी अवधि से अगर तुलना करें तो मांग अभी अच्छी है।
वहीं, दिल्ली के गांधीनगर के कारोबारियों को आगे शादी का सीजन शुरू होने का इंतजार है। कपड़ों की बिक्री मुख्य रूप से शादी के सीजन में जोर पकड़ती है। उनको उम्मीद है कि अगले महीने से फैब्रिक और रेडीमेड गार्मेट की मांग में कुछ सुधार देखने को मिल सकता है। उम्मीद है कि अगला सीजन अब अच्छा रहेगा और कपड़ा उद्योग में तेजी से रिकवरी आएगी।
भारत में कपड़ा उद्योग कृषि के बाद सबसे ज्यादा रोजगार देने वाला क्षेत्र है, लेकिन कोरोना काल में उद्योग का हाल खस्ता होने से मजदूरों और कारीगरों को भी बेकारी का सामना करना पड़ा। हालांकि उद्योग में रिकवरी आने से मजदूरों और कारीगरों को भी अब रोजगार के साधन मिलने लगे हैं। कोरोना काल में बुरी तरह प्रभावित देश के कपड़ा उद्योग को बढ़ती सर्दी से राहत मिली है।
 

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