नयी
दिल्ली: 19
जनवरी 2022:
अप्रैल से दिसंबर, 2021 की अवधि के दौरान, भारत का हस्तशिल्प सहित कुल कपड़ा और परिधान निर्यात 29.8 बिलियन डॉलर रहा। कपड़ा मंत्रालय ने
बुधवार को एक बयान में कहा।
पिछले
वर्ष की इसी अवधि में हस्तशिल्प सहित कुल कपड़ा और परिधान निर्यात 21.2 बिलियन डॉलर था।
इसका
मतलब है कि एक साल पहले की अवधि की तुलना में टेक्सटाइल के निर्यात में लगभग 41 प्रतिशत की मजबूत वृद्धि हुई है।
वित्त
वर्ष 2020-21 में, कोविड-19 महामारी के कारण कपड़ा निर्यात में
गिरावट आई। इस महामारी ने आपूर्ति श्रृंखला और मांग को बाधित किया।
वित्त
वर्ष 2021-22 में रिकवरी के संकेत दिखाई दे रहे हैं।
यह वृद्धि एक आर्थिक पलटाव (economic rebound) का संकेत देती है।
सरकार
ने हस्तशिल्प सहित कपड़ा और परिधान निर्यात के लिए 44 अरब डॉलर का लक्ष्य रखा है। वार्षिक लक्ष्य का लगभग 68 प्रतिशत पहले ही हासिल किया जा चुका
है।
वित्तीय
वर्ष की अंतिम तिमाही में हमेशा पहले की तुलना में अधिक गतिविधि होती है। महामारी
पूर्व के वर्ष यानी 2019-20 से तुलना की जाय तो कपड़ा क्षेत्र के निर्यात में अप्रैल-दिसंबर
2021 में अप्रैल-दिसंबर 2019 की तुलना में 14.6 प्रतिशत की वृद्धि हुई है।
अप्रैल-दिसंबर, 2019 की तुलना में अप्रैल-दिसंबर 2021 की अवधि में कपड़ा के निर्यात में 31 प्रतिशत, सूती धागे से बने-बनाए उत्पादों, हथकरघा उत्पादों आदि के निर्यात में 43 प्रतिशत की वृद्धि हुयी है। जूट उत्पादों के निर्यात में 33 प्रतिशत की वृद्धि हुई है।

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