बाजार की
उम्मीदें लौक डाउन खुलने पर है टिकी
रेडी
स्टॉक माल में आएगी काफी अच्छी डिमांड
मुंबई : देश भर में
जो लौक डाउन लगा हुआ है, उसके समाप्त होने का समय तो काफी नजदीक आ चुका
है। फिर भी देश भर के लोगों में काफी चिंताएं व्याप्त है, विशेषकर लौक डाउन को लेकर, कि यह १४ अप्रैल को समाप्त होगा अथवा इसकी तिथि
और भी आगे बढाई जाएगी और ये भी कि बाजार की चाल लौक डाउन ही तय करेगा ।
जैसा कि पिछले सप्ताह
की रिपोर्ट में बताया गया था कि फैंसी फैब्रिक का काम काज तो फिलहाल खतम जैसा ही
है, क्योंकि लौक डाउन के चलते सारा काम ठप है, प्रोडक्शन बिलकुल बंद है, मारकेटिंग टीम्स देशावरी मंडियों में फंसी पड़ी
है, इत्यादि इत्यादि कारण ।
लौक डाउन अगर १४ अप्रैल के बाद खुल जाता है, अथवा एक से दो महीने और भी लम्बा खींच जाता है, तो उसके बाद जब भी बाजार खुलेगा तब रेडी स्टॉक
माल की डिमांड काफी अच्छी आएगी । जिस समय का इंतजार कपड़ा उत्पादक एवं व्यापारी
वरसों से कर रहे हैं, वह समय लौक डाउन खुलने के बाद आएगा, जब रेडी स्टॉक की डिमांड आएगी और स्टॉक खतम
होगा ।
लौक डाउन खुलने के
बाद भी प्रोडक्शन रेगुलर प्रारंभ होने में समय लगेगा, क्योंकि कुछ लूम कामगार अपने गांव जा चुके हैं
और बचे हुए कामगार में से भी काफी ऐसे हैं, जो लौक डाउन के
खुलने के इंतजार में है । जैसे ही लौक डाउन खुलने की घाषणा होगी और वह सारे अपने
अपने गांवों का रुख् करेंगे, और इन्हीं
संभावनाओं से यह साफ साफ प्रतीत हो रहा है कि आगे चलकर कपड़े के उत्पादन पर भी इस
परिस्थिति का काफी असर पड़ेगा । किंतु इस विपरीत समय में अच्छा काम यह होगा कि
कपड़ा उत्पादकों एवं व्यापारियों को रेडी
स्टॉक माल में काफी अच्छे आरडर्स प्राप्त होंगे।
ब्रांडेड फैब्रिक
उत्पदकों से हुयी बातचीत के अनुसार अगर १४ अप्रैल के पश्चात कोरोना के कुछ हॉट
स्पॉट इलाकों को छोड़कर अगर देश भर में लौक डाउन खुलता है तो रेडी स्टॉक
माल की डिमांड खूब अच्छी रहेगी लेकिन
इसकी संभावना काफी कम है । और अगर लौक डाउन एक महीना और लम्बा चला और १५ मई के
बाद यह खुलता है तब फैंसी फैब्रिक की मारकेट तो खतम है। किंतु युनीफॉर्म फैब्रिक
उत्पादकों एवं ट्रेडर्स जो स्टॉक मेनटेन करके रखते हैं उन्हें बाजार का काफी
अच्छा सपोर्ट मिलेगा और स्टॉकिस्ट अच्छी
मात्रा में अपना माल खाली करेंगे। जैसा कि हम आजकल के दिनों में किराना स्टोर्स
के जो हालात देख रहे हैं वैसा ही युनीफॉर्म फैब्रिक में भी होगा , ऐसी पूरी संभावना है।
मुंबई में युनीफार्म
फैब्रिक के बड़े उत्पादकों से हुयी बातचीत को पेश कर रहा हूं, जिसमें फैंसी शर्टिंग , फैंसी पीस पैक एवं युनीफार्म फैब्रिक उत्पादक
कम्पनी स्पर्श फैब टेक्सटाइल्स प्रा.लि. के डायरेक्टर श्री गिरीश तोदी जो स्पर्श
फैब ब्रांड के अंतर्गत अपनी तमाम फैब्रिक की मारकेटिंग देशभर में करते हैं वे
बताते हैं कि युनीफॉर्म फैब्रिक के सेल में आज के दिन तक लगभग ३० से ४० प्रतिशत का
नुकसान तो हो ही चुका है। और अगर आगे बाजार खुलता भी है तो इसका फायदा उन व्यापारियों
को मिलेगा जिनका सेट अप बढिंया होगा । देश भर में जिनका नेटवर्क होगा। रेडी स्टॉक
माल होगा। और लौक डाउन खुलने के पश्चात भी नये प्रोडक्शन प्राग्राम एवं आरडर्स
बुक नहीं कर पाएंगे, क्योंकि उस वक्त भी जमीनी हकीकत पता नहीं होगी, लूमों पर कारीगर है कि नहीं , डाइंग प्रोसेसिंग में कलर केमिकल्स की क्या
पोजीशन है साथ ही हमारे पैकिंग डिपार्टमेंट में भी क्या स्थिति है यह सब लौक डाउन
खुलने के पश्चात ही पता चलेगा ।
गैरेंटेड युनीफार्म
फैब्रिक उत्पादक कम्पनी गंगोत्री टेक्सटाइल मिल्स के डायरेक्टर श्री अजय
त्रिवेदी जो गंगोत्री ब्रांड के अंतर्गत अपनी युनीफार्म फैब्रिक की मारकेटिंग देश
भर में करते हैं, उनके अनुसार पूरा देश असमंजस के माहोल में फसा
हुआ है। वर्तमान में हर कोई अपनी एवं अपनो की हिफाजत में लगा हुआ है, साथ ही सरकार द्वारा दिए जा रहे निर्देशों का
पालन कर रहा है और रही बात व्यापार की तो फिलहाल कोई भी व्यापारी इस बारे में
कोई खास चर्चा नहीं कर रहा क्योंकि जबतक सबकुछ सामान्य नहीं हो जाता तबतक तो कोई
व्यापारी गतिविधि प्रारंभ भी नहीं होगी। और अगर बाजार खुलता है तो उन युनीफार्म
फैब्रिक व्यापारियों को अच्छे आरडर प्राप्त होंगे, जो स्टॉक मेनटेन करता आया हो उनका अच्छा खासा
स्टॉक लौक डाउन ओपन होने के पश्चात हिल जाएगा।
शुभटेक्स ब्रांड की
युनीफॉर्म फैब्रिक उत्पादक कम्पनी बाल
भारती क्रिएशन के एम.डी. श्री मनोज डांगरा से हुयी बातचीत के अनुसार देश के हालात
भले अप्रैल माह के अंत तक सामान्य हो अथवा मई माह के अंत तक, किंतु कपड़ा बाजार और विशेषकर युनीफॉर्म फैब्रिक
के क्षेत्र में एक दौर डिमांड का काफी अच्छा
आएगा क्योंकि एक अथवा दो महीने में हालात सामान्य होने के पश्चात भी आयात एवं
निर्यात के व्यापार को रेगुलराइज होने में समय लगेगा। और युनीफॉर्म फैब्रिक में
किसी भी तरह का कोई आयात नहीं होता है, जिसके चलते देश की
स्थिति सामान्य होते ही युनीफॉर्म
फैब्रिक के क्षेत्र में ग्राहकी का दौर अच्छा चलेगा और इसका फायदा देश भर के
युनीफार्म फैब्रिक उत्पादाकों को प्राप्त होगा ,और इसकी डिमांड एवं सपलाइ पूर्ण
रूप से घरेलू बाजार को ही प्राप्त होगी, क्योंकि फैंसी
फैब्रिक में काफी कुछ आयात भी होता है, किंतु युनीफॉर्म फैब्रिक की स्थिति बिलकुल इसके बिपरीत
है। यह फैब्रिक एवं रेडी युनीफार्म गारमेंट निर्यात होते हैं। इसके चलते घरेलू युनीफॉर्म
फैब्रिक उत्पादकों हेतु यह बुरा वक्त भी एक अच्छा संकेत लेकर आ रहा है, जिसके चलते युनीफॉर्म फैब्रिक उत्पादकों
का रेडी स्टॉक माल खूब अच्छी मात्रा में
खतम होगा ।
देश भर में युनीफॉर्म
फैब्रिक हेतु प्रख्यात ब्रांड मुक्शा की उत्पादक कम्पनी मुकेश सिंथेटिक्स के
एम डी मुकेश भंडारी के अनुसार दीपावली के पश्चात से ही युनीफॉर्म फैब्रिक के
प्रोडक्शन की प्लानिंग प्रारंभ हो जाती है। और इन्होंने भी अच्छी मात्रा में
प्रोडक्शन प्रारंभ कर अपना स्टॉक मेनटेन
कर रहे थे। और वर्तमान में पूरी दुनियां के साथ साथ जो अपने देश का हाल है, उसको देखते हुए अर्थ व्यवस्था चौपट हो ही रही
है। किंतु इसमें एक ही उम्मीद है कि एक से दो महीने में जैसे ही स्थिति सामान्य
होगी तब कम से कम युनीफॉर्म फैब्रिक के क्षेत्र में मांग आएगी और जिनके पास रेडी
स्टॉक माल होगा उनको अच्छा सेल मिलेगा , ऐसी पूरी सम्भावना
है।
इन ब्रांडेड युनीफॉर्म
फैब्रिक उत्पादकों से हुयी बातचीत से ऐसा प्रतीत हो रहा है कि समय तो बिलकुल ही
विपरीत चल रहा है किंतु जो व्यापारी हमेशा से प्रोपर प्लानिंग और अच्छे नेटवर्क
के साथ काम करता आया है, वह व्यापारी इस विपरीत समय को भी अपने अनुकूल
समय में बदल लेगा और समय कितना भी बुरा क्यों
न हो लेकिन धैर्य एवं हिम्मत से काम लेंगे तो यह समय भी गुजर जाएगा, क्योंकि
इस परीक्षा के बाद अच्छा समय भी हमारे इंतजार में खड़ा है।

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