एक सूनियोजित षडयंत्र के
तहत बार बार मजदूरों को बार्डर पर भेजा जा रहा है। फोटो खिची जा रही है। ये फोटो ८
हजार से २० हजार में बिक रही हैं। इसमें मीडिया के कुछ धड़े शामिल हैं। आजकल बहुत
सारे विडियो वायरल किए जा रहे हैं।
ट्रकों पर
लोग जा रहे हैं। गत दिनो ओरैया (यूपी) में एक ट्रक पलट गया था। इसकी सच्चाई यह है
कि राजस्थान की पुलिस ने भरतपुर में इन श्रमिक लोगों को बस से उतार कर ट्रक में
भेजा था।
देश के अंदर हैं
अराजकता फैलाने वाली शक्तियां
देश के अंदर कुछ
शक्तियां हैं जो देश में अराजकता का माहौल बनाने के लिए कृत संकल्प हैं। यह सारा
खेल उन्हीं राज्यों में हो रहा है जहां कांग्रेस की सरकारें हैं। राज्स्थान, महाराष्ट्र, छतीसगढ, झारखंड आदि। सूत्रों के
हवाले से जानकारी है कि यह बहुत बड़ी साजिश है। इसमें पाकिस्तान की ISI
का हाथ है।
पहले NGO के माध्यम से भारत में देश विराधी लोगों को पैसे आते
थे। उन्हें बंद कर दिया गया है। अब यह काम दूसरे तरीकेसे हो रहा है। फोटो और
आरटिकल के नाम पर, जो
टेनजेबल ऐसेट नहीं है, के नाम
पर औनलाइन यह पैसा आ रहा है। एक एक फोटो के बदले लाखो रूपया आ रहा है। क्या एक
फोटो का कोई लाख रूपया दे सकता है? ये देने वाले UAE
के अखबार
हैं। ये देने वाले चीन के अखबार
हैं। ये देने वाले पाकिस्तान
के अखबार
हैं। ये अखबार से अखबार का खेल चल रहा है। वास्तव में यह फोटोग्राफ का पैसा नहीं
है। यह भारत को डीस्टैबलाइज करने के लिए पैसा दिया जाता है। फोटोग्राफ इस षडयंत्र
का मात्र एक छद्म माध्यम है। यह उन्हें भारत के अंदर उनके एंटी इंडिया एजेंडा चलाने
के बदले दिया जाता है।
फोटो और आर्टिकल बस दिखावा है
फोटो और आर्टिकल बस दिखावा है। एक एक आरटिकल दो दो ढाई ढाई लाख रूपये में बिक रहा है। विदेशों की तथाकथित वेबसाइट इन्हें खरीद रही हैं। ये पैसे भारत में ऐसे आ रहा है जैसे ये एक नम्बर के पैसे हों। इसमें इस देश के तथाकथित बड़े बड़े लोग शामिल हैं। ये पूरा का पूरा मोडस ओपरेडाई है वह शातिराना तरीके से चल रहा है।
प्रधान मंत्री
और उनके प्रयास को विफल करने की साजिश
यह सब इसलिए हो रहा है क्योंकि पूरे विश्व में भारत की तारीफ हो रही है। पूरे विश्व में भारत के प्रधान मंत्री और उनके विजन की तारीफ हो रही है। प्रधान मंत्री ने जिस तरह इस कोविड १९ का सामना किया उसकी तारीफ हो रही है। उससे इन राष्ट्र विरोधी लोगों को स्कोर सेट करना है।
फंडिंग का श्रोत
ISI और खलिस्तान
मूवमेंट
इसमें जो फंडिंग हो रही है उसमें सिर्फ ISI इनवौल्व नहीं है। इसमें खलिस्तान मूवमेंट वाले भी शामिल हैं। इसमें कैनैडा से पैसा आ रहा है। इसमें खलिस्तान मूवमेंट वालों का कैनैडा से पैसा आ रहा है। इसमें ISI द्वारा चाइना से पैसा आ रहा है और साउदी अरेबिया से पैसा आ रहा है। राष्ट्र विरोधियों को पैसा पहुचाने का यह एक नया रास्ता ढूंढ लिया गया है।
कांग्रेस प्रोपेगैंडा का समर्थन करता है
कल कांग्रेस का अध्यक्ष गिरफ्तार हुआ है। वह अपनी गाडियों में आप्रवासी मजदूरों को बोर्डर पर पहुचा रहा था। वहां भीड़ इकट्ठी की गयी और आज उसके विडियो सामने आ गये।
ये गरीबों के नकली सुभचिंतक, कांग्रेस का राहुल गांधी गरीबों के बीच बैठकर फोटो सेशन करता है। वह गरीबों का दुख बाटने नहीं गया था। गरीबों के इस हितैसी के पैर में १८ हजार रूपये का जूता तो देखिए। वह एंटी इंडिया ब्रिगेड का बड़ा चेहरा है। इसका ISI से लिंक है। इसका चीन से भी लिंक है। ये दाेनो भाई बहन और इनकी विदेशी माता जबसे कोरोना का संकट आया है इस प्रयास में हैं कि किसी तरह बड़ी संख्या में लोग मरें और किसी भी तरह नरेंद्र मोदी इस आपदा से उबरने में सफल न हो पाए।
गल्फ न्यूज
ऐसे ऐसे फोटो का लाखो रूपया देता है क्योंकि यह उनके प्रोपेगैंडा का समर्थन करता
है। सूत्र के मुताबिक ये पैसा उनके एकांउट में एक नम्बर दिखा कर दिया जा रहा है। अब
सवाल उठता है कि कोई अपना पैसा क्यों लगाएगा? इसमें पाकिस्तान और चीन का हित है साथ ही खलिस्तान का भी हित है। भारत को तोड़ने वाली जो टुकड़े टुकड़े गैंग
है उसे भी ISI का समर्थन
है। उसे भी चाइना के कोम्यूनिष्ट
पार्टी का समर्थन
है। इनका परपस है भारत को टुकाड़ों में बांटना। खालिस्तानी भी आस लगाए बैठे हैं कि
भारत टूटा तो हमें खालिस्तान मिल जाएगा।
चाइना के लिए भारत
एक खतरा है
चाइना के लिए भारत एक खतरा है। वह भारत को एलीमिनेट करना चाहता है। आप देखिए कि कश्मीरी राष्ट्र विरोधियों के साथ केरल खड़ा हो गया है। जो लोग यह कहते हैं कि केंद्र में मोदी होना चाहिए और राज्यों में दूसरी सरकारें होनी चाहिए, उनके लिए यह सबक है। यह इसलिए ऐसा बोल रहे हैं क्योंकि इनकी विदेशों से फंडिंग होती है। इसलिए पाठकों से आग्रह है कि यदि आपको कोई जाति, धर्म या आरक्षण के नाम पर बरगलाता है तो सावधान रहें। इनका एजेंडाहैभारत को डिफीट करना । भारत इस समय नम्बर एक पर चल रहा है। पूरे विश्व में भारत का परचम लहरा रहा है। मोदी ग्लोबल लीडर बन रहे हैं। इनको उससे परेशानी है। चाहे वो पाकिस्तानी हों, चीनी हों, खालिस्तानी हों, उनको पता है कि जबतक मोदी है जबतक वो इस देश का कुछ नहीं बिगाड़ सकते ।
देशवासियों के लिए चिंता का विषय
तो फिर क्या करो ? देश के भीतर ही एंटी इंडिया ब्रिगेड खड़ी
करो। और वो पूरे देश को तोड़ दे। यह हमारे देशवासियों के लिए चिंता का विषय है। क्योंकि
देश के भीतर कांग्रेस और कौम्यूनिस्ट पार्टियां हैं जिनका ऐजेंडा भी यही है। और एक
विशेष मजहब के लोग हैं जिनका तो शुरू से ही यही एजेंडा है। इसलिए उनको इसमें संभावना
दिख रही है।
ये लोग आजकल बार बार मजदूरों की बात उठा रहे हैं, यह सिर्फ
दिखाने के लिए है। असल एजेंडा तो भारत को तोड़ना है।




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