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पैनिक होने की जरूरत नहीं है, भारत में कोरोना महामारी से लोगों की रिकोवरी फास्‍ट हो रही है: किरीट मोरवाडिया (18 Fire)


Kirit Morvadiya (18 Fire)
Kirit Morvadiya (18 Fire)

मुंबई: अभी तो स्थिति ऐसी है कि पूरा मुंबई लॉकडाउन में है। गुजरात में कारोबार ६० फीसदी चालू है। यहां के ज्‍यादा वर्कर बिहार और यूपी के हैं। उसमें से लगभग ८० फीसदी लोग घर चले गये। वे कब वापस आएंगे, यह अपने को पता नहीं है। कोरोना कब खत्‍म होगा वो भी पता नहीं। यह दिन प्रति दिन बढ़ ही रहा है। दिव्‍यांश फैशन्‍स के डायरेक्‍टर श्री किरीट मोरवाडिया ने यह जानकारी दी। दिव्‍यांशी फैशन मुंबई के गारमेंट उत्‍पादन की एक जानी मानी कम्‍पनी है। यह 18 Fire ब्रांड के अंतर्गत अपना उत्‍पाद देश भर में बेचनी है।

उन्‍होंने कहा कि पहले इसको कंट्रोल करने  की आवश्‍यकता है। हम सब इंतजार कर रहे है कि कब इसकी वैक्सिन आएगी। तब जाकर रूटिन कारोबार चालू हो पाएगा।

किरीट मोरवाडिया ने कहा कि उसके बाद भी कितने मजदूर लौटेंगे यह अभी कहना मुश्किल है। संभावना तो यह भी है कि इंडस्‍ट्री यहां से वहां सिफ्ट हो जाएगी। यूपी की सरकार इस दिशा में कुछ प्रयास भी कर रही है कि उन राज्‍यों में फैक्ट्रियां लगायी जाय। राज्‍य के मजदूरों को राज्‍य के भीतर ही अकोमोडेट किया जाय।

दिव्‍यांशी फैशन के डायरेक्‍टर ने कहा कि जो लोग टेक्‍सटाइल इंडस्‍ट्री के कारीगर हैं बे तो वापस आ जाएंगे। मगर जो हेल्पर लोग हैं उनका लौटना कम होगा। वहां थोड़ी कम भी सैलरी उन्‍हें मिलेगी तो भी उनको परवरेगा। उन्‍होंने कहा कि अभी की स्थिति में यह समझ से बाहर है कि हम गामेंट उत्‍पादकों को क्‍या करना चाहिए।

श्री किरीट मोरवाडिया ने कहा कि बैंक ने मोरेटोरियम की अवधि तीन महीने की दी थी । उसे और ३ महीने के लिए बढ़ाया गया है मगर उन्‍होंने इंटरेस्‍ट तो माफ किया नहीं। वे अपने को इनटरेस्‍ट वापस बढ़ा कर एक साथ लेने वाले हैं। इससे तो कुछ बेनीफिट हुआ नहीं।

दिव्‍यांशी फैशन के डायरेक्‍टर ने कहा कि सरकार ने जो भी सहयोग और सहायता की घोषणा की है वह बस गरीब लोगों के लिए है। उन्‍होंने कहा कि गारमेंट का कारोबार बिना कारीगर के चल नहीं सकता है। मौजूदा स्थिति में यदि मजदूर नहीं लौटेंगे तो मुंबई और दिल्‍ली जो फैशन इंडस्‍ट्री के हब हैं वे तो खत्‍म हो जाएंगे। मगर हम फिरभी आशावान हैं कि ऐसा होगा नहीं। हमें उम्‍मीद है कि कोरोना देर सबेर खत्‍म होगा। मजदूर आएंगे। कारोबार फिर सामान्‍य होगा।

18 Fire ब्रांड के डायरेक्‍टर ने कहा कि चीन और बंगलादेश से जो रेडीमेड आ रहे हैं वे बैन होंगे ऐसा सरकार के रवैये से लगता है। ऐसी स्थिति में अपने देश का, उत्‍पादकों का और मजदूरों का भला ही होगा। सबको काम भी मिल जाएगा। तब हम शायद उससे भी कम रेट में अपना माल बेच पाएंगे। इससे एंड यूजर को लाभ होगा।

श्री किरीट मोरवाडिया ने कहा कि हमे लगता है कि नवंबर या दिसंबर तक वैक्सिन जरूर आ जाएगी। दिवाली के बाद ये कारोबार पटरी पर आ जाएगी। लोगों के पास माल बन कर पड़ा हुआ है।

दिव्‍यांशी फैशन के डायरेक्‍टर ने कहा कि पैनिक होने की जरूरत नहीं है। भारत में कोरोना महामारी से लोगों की रिकोवरी फास्‍ट हो रही है। बस जरूरत है कि हम प्रिकोशन रखें। उन्‍होंने कहा कि भारत में अपना ही बड़ा बाजार है। हम इस कोरोना महामारी से जल्‍द उबरेंगे। देश आत्‍मनिर्भरता की ओर बढेगा। हम भारत के बेहतर भविष्‍य के प्रति आशावान हैं।

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