Header Ads Widget

 Textile Post

फैब्रिक का उत्‍पादन २५ से ५० प्रतिशत हो पा रहा है: अरविंद गाडिया


Sh. Arvind Gadia. Derector Vinita Fabrics Pvt Ltd.
Sh. Arvind Gadia. Derector Vinita Fabrics Pvt Ltd.

मुंबई: फैब्रिक का उत्‍पादन २५ से ५० प्रतिशत हो पा रहा है। यार्न ले चुके हैं, इसलिए फैब्रिक बनाना भी जरूरी है। विनिता फैब्रिक्‍स प्रा. लि. और अरविंद टेक्‍सटाइल्‍स के डायरेक्‍टर श्री अरविंद गाडिया ने यह जानकारी दी। मुंबई स्थित यह कम्‍पनी विनिता ब्रांड के अंतर्गत उच्‍च गुणवत्‍ता युक्‍त सूटिंग का उत्‍पादन करती है।

श्री अरविंद गाडिया ने कहा कि हमारे बेहतर व्‍यापारी की ओर से बकाया रकम थोड़ा थोड़ा आ रहा है। उससे गाड़ी नहीं चलती है। जितना आना चाहिए उसका १० से १५ प्रतिशत रकम आ रहा है।
श्री गाडिया ने कहा कि जब तक ग्राहकी नहीं आएगी तब तक कुछ कर नहीं सकते हैं। रिटेल में ग्राहकी आना आवश्‍यक है। कपड़ा हमारी आखिरी आवश्‍यकताओं में गिनी जाती है। लोगों के पास खाने पीने के बाद आजकल पैसे बच नहीं रहे हैं। कपड़ा कोई खरीद नहीं रहा है।
श्री अरविंद गाडिया ने कहा कि अगर लोगों को थोड़ा बहुत पैसा बचता है तो दूसरी अनेक ज‍रूरियात हैं उसमें पैसा लग जाता है। लोगों के पास कपड़ा के खरीदने को पैसा है ही कहां ? आज जो सूटिंग के कपड़े होते है वे प्‍योर कॉटन के तो होते नहीं हैं और इसीलिए फटते भी नहीं हैं।

श्री अरविंद गाडिया ने कहा कि जबतक कोरोना की मेडीसिन नहीं आएगी तबतक इसी तरह लंगरा कर यह व्‍यापार चलता रहेगा। मौल वैगेरह खुल रहे हैं। मौल में लोग बाग आ भी रहे हैं।

श्री अरविंद गाडिया ने कहा कि फेस्टिवल भी अच्‍छी नहीं रहेगी, ऐसा लगता है। दवा आने पर ही फेस्टिवल सफल होगा अन्‍यथा नहीं होगा।

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ