| Sh, Ramesh Gupta, M. D, Ashvira Fashion Ltd. |
मुंबई: फैब्रिक प्राडक्शन का काम धीमा चल रहा है। लगभग ४० प्रतिशत उत्पादन हो पा रहा
है। काम रूका हुआ तो नहीं है। काम सातो दिन हो रहा है मगर वह आठ से दस घंटे ही हो पा
रहा है। अशविरा फैशंस लि. के मैनेजिंग डायरेक्टर श्री रमेश गुप्ता ने यह
जानकारी दी। अशविरा ब्रांड भारत के
शर्टिंग उत्पादन में एक लोकप्रिय ब्रांड है। अशविरा ब्रांड के अंतर्गत कम्पनी
सौबर और फैंसी फैब्रिक का उत्पादन और मार्केटिंग देश भर में करती है। वह पीवी, पीसी, कैटोनिक, कॉटन, एवं फैंसी
यार्न शर्टिंग फैब्रिक की फुल रेंज का उत्पादन करती है। जिनमें हर तरह की डिजायंस
और रेंज शामिल होते हैं।
बकाया
राशि आ रही है मगर बहुत धीमी गति से आ रही है
उन्होंने कहा कि बकाया राशि आ रही है मगर बहुत धीमी गति से
आ रही है। जो हमारी उम्मीदें हैं, उनसे काफी कम आ
रही है। जो बड़ी पार्टियां और बड़े ब्रांड हैं उनके तरफ से भी बकाया राशि के
भुगतान में काफी बिलंब हो रहा है। बेशक, उनके अपने कुछ
प्रोबलेम होंगे। जो मेडियम सेगमेंट के व्यापारी हैं उनके पेमेंट तुलनात्मक रूप
से बेहतर ढंग से आ रहे हैं।
आगे
हमे चुनाव करना पड़ेगा कि किन पार्टियों से व्यापार किया जाय
अशविरा
फैशंस लि. के मैनेजिंग डायरेक्टर ने कहा कि आगे हमे चुनाव करना पड़ेगा कि किन
पार्टियों से व्यापार किया जाय। अब हमे यह नहीं देखना होगा कि कौन पार्टी कितना
बिजनेस देती है बल्कि यह देखना होगा कि कौन पार्टी कितनी अच्छी लेन देन का साख
मेनटेन करती है। अब हमे लिमिटेड मगर सॉलिड बिजनेस करना होगा। अच्छे व्यापारियों
से व्यापार करना होगा चाहे व्यापार का वोल्यूम कम क्यों न हो।
उन्होंने कहा कि कई लोगों ने मरचेंडाइजरों को एप्वाइंट कर
रखा है मगर वे भी सही रेसपोंस दे नहीं रहे हैं। कई लोग तो फोन ही नहीं उठा रहे
हैं। वैसे यह उनकी गलती नहीं है, दरअसल उनको मैनेजमेंट से रिप्लाई
नहीं मिल पा रहा है। इसलिए उनके पास जवाब ही नहीं है।
रिटेल
की दुकाने खुल रही हैं, उससे धीरे धीरे फर्क पड़ रहा है
श्री
रमेश गुप्ता ने कहा कि रिटेल की दुकाने खुल रही हैं । उससे धीरे धीरे फर्क पड़
रहा है । मगर जब तक सोशल गैदरिंग नहीं होगी तब तक शर्टिंग के सेगमेंट में परचेज
करने का मोटो नहीं रहेगा। अक्सर आदमी पार्टी के लिए, या
फेस्टिवल के लिए परचेजिंग करता है। मगर वो सब रुका हुआ है।
फेस्टिवल
का चलना यह इस बात पर निर्भर करेगा कि हम कोरोना से कितनी दूर पहुंचे हैं
उन्होंने कहा कि आने वाला फेस्टिवल किस हद तक चलेगा यह इस बात पर निर्भर
करेगा कि हम कोरोना से कितनी दूर पहुंचे हैं। कोरोना यदि चला गया या इसके दवा की
इजाद हो गयी तो हमलोग बहुत जल्दी रिकवर कर लेंगे। हम भरतीय लोगो में दबरदस्त इम्यूनीटी
है। हमारी फिजिकल इम्यूनिटी भी अच्छी है और मेंटल भी। हम अपने दुखों को जल्दी
भूल भी जाते हैं। और आगे भी बढ़ जाते हैं। भारत में ५६ प्रतिशत आवादी की आमदनी कृषि
पर आधारित है । उनकी कमाल की इम्यून पावर है। उनके काम पर कोई फर्क नहीं पड़ा है।
उनका फसल भी फिलहाल अच्छा आया है। हम सब लोग वापस हर चीजों को ठीक कर लेंगे।
स्थिति धीरे धीरे सामन्य की तरफ लौट रही है। यह हमारी उम्मीद से बेहतर ही हो रहा
है। मगर जब तक सोशल गैदरिंग की स्थिति नहीं बनती तब तक इस व्यापार के लिए मुश्किल
वक्त चलता रहेगा।

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