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Dilip Jain, Director, Century Fabrics |
मुंबई: फैब्रिक का उत्पादन उसकी क्षमता का ५० प्रतिशत
हो रहा है। यह जानकारी सुटिंग फैब्रिक उत्पादक कम्पनी सेंचुरी फैब्रिक्स
प्रा.लि. के डायरेक्टर श्री दिलिप
जैन ने दी।
श्री जैन ने कहा कि इसका कारण यह है कि डिमांड कम है।
बड़े बड़े गारमेंट कोरपोरेट्स ने भी अपना
उत्पादन कम कर दिया है। गारमेंट का उत्पादन कम हो गया है। उनके यहां कारीगरों का
अभाव चल रहा है।
उन्होंने कहा कि जो मजदूर गांव गये थे, उसका २५ प्रतिशत लौट
चुके हैं। उनके लौटने का सिलसिला चालू है। बांकी भी लौटना चाहते हैं, मगर आने की सुबिधा नहीं
है। इक्का दुक्का लौंग रूट की ट्रेने चल रही हैं। टिकटें मिल नहीं रही हैं। कई
महीने की बुकिंग एडवांस में फुल है।
सेंचुरी फैब्रिक्स प्रा.लि. के
डायरेक्टर ने कहा कि लगभग ५० प्रतिशत व्यापारीगण सरलता से पैसा पहले भी देते थे
और इस काल में भी दे रहे हैं। बांकी ५० प्रतिशत ऐसे व्यापारी हैं जिन्होंने अपना
कम से कम पैसा लगाकर व्यापार किया है या उनके साथ कुछ दूसरी मजबूरियां हैं, उनका रोना धोना चालू है। कुछ की मजबूरी है और कुछ लोगों
की नीति गलत है।
श्री जैन ने कहा कि कोरोना के आने से आवागमन में अवरोध
हुआ । सेलिंग के लिए एक वैकल्पिक साधन की जरूरत खड़ी हुयी। सेलिंग और मारकेटिंग की
स्ट्रैटेजी काफी बदलने वाली है और इसमें ऐसी कई चीजें हैं जो परमानेंटली बदल
जाएगी।
श्री जैन ने कहा कि आने वाले समय में डिजिटल मेडिया का उपयोग बढ़ जाएगा।
अभी से ही यह सिलसिला शुरू हो गया है। हो सकता है यही ट्रेंड आगे कनटीन्यू करेगा।
हमलोग ग्राहकों को डिजिटल सैंपल भेज रहे हैं। लोगों से उसका अच्छा रेस्पोंस मिल
रहा है। रिटेलारों को यह डिजिटल कौम्यूनिकेशन समझ में आ जाती है। इस समय सारा काम
डिजिटली हो रहा है। आगे यह डिजिटल युनिट हर किसी व्यापारी की आवश्यक आवश्यकता
बन जाएगी। फिर इसके बिना काम ही नहीं चलेगा।
1 टिप्पणियाँ
Sahi kaha dilipji
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