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 Textile Post

डाइकेम वर्ल्ड (DyeChem World), नीट प्रोसेस (KnitProcess) प्रदर्शनी और सीईओ (CEO) समिट तिरुपूर में



 

डाइकेम वर्ल्ड(DyeChem World), नीट प्रोसेस (KnitProcess) प्रदर्शनी और सीईओ (CEO) समिट तिरुपूर में होने जा रहा है। इसमें निफ्ट-टीईए(NIFT-TEA), और एआईसी निफ्ट टीईए (AIC NIFT TEA) टेक्सटाइल एक्सीलेंस(Textile Excellence) का सहयोग कर रहे हैं। सोसाइटी ऑफ डायर्स एंड कलरिस्ट्स (Society of Dyers & Colorists) इस ट्विन प्रदर्शनी के सह आयोजक हैं।



निफ्ट-टीईए कॉलेज ऑफ निट वेअर फैशन (NIFT-TEA College of Knitwear Fashion,), एआईसीआई निफ्ट टीईए इनक्यूबेशन सेंटर फॉर टेक्सटाइल्स एंड अपेरल्स (AIC NIFT TEA Incubation Centre for Textiles and Apparels) और टेक्सटाइल एक्सीलेंस(Textile Excellence) ने 22-24 अक्टूबर, 2021 को  तिरूपुर में आयोजित, इस ट्विन प्रदर्शनियों - डाइचेम वर्ल्ड और निट प्रोसेस को संयुक्त रूप से व्यवस्थित करने के लिए एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए हैं। ये कार्यक्रम NIFT-TEA कॉलेज कंपाउंड SIDCO, तिरुपुर में आयोजित किए जाएंगे। सोसाइटी ऑफ डायर्स एंड कलरिस्ट्स (एसडीसी) इसके सह-आयोजक हैं।


 

भारत में तिरुपुर, बुने हुए कपड़ों की राजधानी मानी जाती  है। भारत में बुनाई, प्रसंस्करण और परिधान क्षमता का 60% हिस्सा है इसी शहर के जिम्‍मे है। महामारी के कारण कपड़ा और परिधान व्यवसाय में व्‍यवधान पड़ गया था। उसे फिर से शुरू करने का मार्ग प्रशस्त करने की आवश्‍यकता है। अकेले इस शहर ने २०१९-२० में २४,७५० करोड़ रुपये (लगभग ३.५ बिलियन अमेरिकी डॉलर) के निटवेअर का निर्यात किया था, जो भारत के निटवेअर एक्सपोर्ट बास्केट का ४६.५०% है। सरकार की नीति और हस्तक्षेप की मदद से तिरुपुर क्लस्टर महामारी जनित चुनौतियों से उबर रहा है और अब यह नए निवेश की ओर मुड़ रहा है। 


 

महामारी के बाद, सोर्सिंग गंतव्यों पर खुदरा विक्रेताओं और ब्रांडों द्वारा रणनीतिक दृष्टिकोण, चीनी कॉटन से बने निटवेअर पर अमेरिकी एम्बारगो और मुद्रा विनिमय दर प्रतिस्पर्धा के कारण तिरुपुर के विकास क्षमता को अगले  स्तर पर लाने का एक सुनहरा मौका प्राप्‍त हुआ है। अगले साल तक, तिरुपुर का निटवेअर उद्योग 50,000 करोड़ रुपये के स्‍तर को पार करने के लिए तैयार है। पांच साल में तिरुपुर अपनी क्षमता और निर्यात को अपने वर्तमान आकार से दोगुना कर सकता है।

ज्ञातव्‍य है कि तिरुपुर निटवेयर सेक्‍टर नवीनतम हाइ एंड बुनाई, गीला प्रसंस्करण और परिधान प्रौद्योगिकी, जो स्थायी मानदंडों का अनुपालन करता है, में निवेश कर रहा है। तिरुपुर पहला भारतीय शहर है जिसने स्वच्छ ऊर्जा, रासायनिक प्रबंधन और स्वच्छ उत्पादन प्रथाओं के लिए सीईटीपी और पर्यावरण प्रौद्योगिकियों में निवेश किया है। क्लस्टर में लगभग सभी निटवेयर इकाइयाँ CETPs से जुड़े हैं, या उनके पास स्वयं के ईटीपी हैं।


 

इस प्रकार, तिरुपुर और दक्षिणी भारत में उद्योग की आवश्यकता को पूरा करने के लिए, डाइचेम वर्ल्ड कपड़ा रंजक, रसायन, फिनिसेज, प्रौद्योगिकियों की पूरी श्रृंखला को कवर करेगा। दक्षिणी भारत में अपनी तरह का पहला शो होने के नाते, डाइचेम वर्ल्ड डाईज़ और केमिकल्स और टेक्सटाइल उद्योग के बीच बातचीत और ज्ञान साझा करने के लिए एक मंच तैयार करेगा। दूसरी ओर, यह निटप्रोसेस प्रदर्शनी उद्योग को बुनाई और पोस्ट प्रोसेसिंग क्षेत्र में नवीनतम नवाचारों का पता लगाने और अपनाने में मदद करेगी। यह बुना हुआ कपड़ा प्रसंस्करण से परिधान बनाने तक प्रौद्योगिकियों के पूरी श्रृंखला को कवर करती है।

घटनाओं का महत्वपूर्ण आकर्षण सीईओ शिखर सम्मेलन होगा। सीईओ शिखर सम्मेलन में वैश्विक कपड़ा और परिधान, फैशन ब्रांड और खुदरा उद्योग के प्रमुखों का जमावड़ा होगा। हालांकि बैठक का प्राथमिक उद्देश्य व्यापार के लिए अत्यधिक संवादात्मक और स्पष्ट नेटवर्किंग है, फिरभी यहां  स्थायी प्रथाओं, सोर्सिंग और आपूर्ति श्रृंखला को अपनाने के मुख्य मुद्दों पर गंभीर विचार-विमर्श होगा।

समारोह में बोलते हुए, तिरुपुर एक्सपोर्टर एसोसिएशन के अध्यक्ष श्री राजा शनमुघम ने कहा, “तिरुपुर भारत का सबसे बड़ा निटवेयर क्‍लस्‍टर है।  हमारे उद्यमी नियमित रूप से क्षमता वृद्धि और प्रौद्योगिकी उन्नयन में निवेश करते हैं। उभरते अवसरों और प्रधानमंत्री के आह्वान के साथ, हमारा उद्योग इस क्लस्टर को और निवेशों को आगे ले जाने के लिए प्रतिबद्ध है। इस प्रकार, हमें लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए अंतर्राष्ट्रीय घटनाओं और आपूर्ति श्रृंखला इंटरैक्शन की आवश्यकता है

 


एआईसी निफ्ट टीईए के सीईओ श्री एस पेरिस्मी के अनुसार, " विश्व स्तरीय प्रदर्शनी उद्यमिता और नवाचार को बढ़ावा देने के साथ-साथ हमारे उद्योग द्वारा अभिनव विचारों को अपनाने और प्रतिस्पर्ध बने रहने के लिए यह व्यावसायीकरण में मदद करेगी"।

एसडीसी इंडिया के निदेशक  योगेश गायकवाड़ का मानना है कि तिरुपुर इस स्‍तर  के कार्यक्रम  के लिए उपयुक्त स्थान है। तिरुपुर हमेशा स्वच्छ उत्पादन में सबसे आगे रहा है। इसने उद्योग के बाकी हिस्सों को अनुसरण करने के लिए, टिकाऊ उत्पादन की दिशा में रास्ता प्रदान किया है। डाइकेम वर्ल्ड + निट प्रक्रिया निर्णय निर्माताओं के साथ जुड़ने के लिए उत्पाद, प्रौद्योगिकी और सेवा प्रदाताओं के लिए आदर्श मंच होगा।

टेक्सटाइल एक्सीलेंस के निदेशक, डीजे गोहिन ने सहयोग पर टिप्पणी करते हुए कहा, “भारत आधुनिक कपड़ा मशीनरी और प्रसंस्करण प्रौद्योगिकी के लिए शीर्ष बाजारों में एक है। भारतीय कपड़ा और परिधान उद्योग की अत्याधुनिक तकनीक की खोज ने खुद को एक वैश्विक खिलाड़ी के रूप में स्थापित किया है। टेक्सटाइल एक्सीलेंस उद्योग के साथ बातचीत करने और स्थायी व्यापार साझेदारी बनाने के लिए एक मंच प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है।

सह आयोजक के रूप में एस.डी.सी.

सोसाइटी ऑफ डायर्स एंड कलरिस्ट्स (एसडीसी) डाइचेम वर्ल्ड के सह-आयोजक हैं। इस भूमिका में, SDC इवेंट के सभी तीन दिनों में - रंग प्रबंधन पर, टेक्सटाइल पर, और फास्टनेस पर मीटिंग, मार्केट डिमांड्स, और रासायनिक अनुपालन पर SDC India प्रशिक्षण कार्यक्रम भी आयोजित करेगा।

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