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| Arvind Gadia, Director, Vinita Fabrics Pvt. Ltd. |
उन्होंने कहा कि दुकानें बंद हैं। आदमी का आना जाना बंद है। आदमी बाहर जा नहीं सकता है। कपड़ा इसीलिए विक नहीं पा रहा है।
श्री गाडिया ने कहा कि इस समय सिबाय अनाज और दवा के अन्य सभी दुकानों को लॉकडाउन में बंदी का सामना है।
उन्होंने कहा कि पेमेंट बंद ही है। मुश्किलस से पांच दस परसेंट पेमेंट आ रहे हैं जिसका कोई मतलब नहीं है। सारा व्यापार अभी बंद है।
उन्होंने कहा कि कुछ दिन पहले तक प्रोडक्शन चालू था। अभी हम उसकी वोल्यूम को घटा कर ४० से ५० परसेंट पर ले आए। उत्पादन की प्रकृया को चालू रखनी पड़ती है। इसमें मजदूर हैं, मशीने हैं, लॉजिस्टिक है। इसे चालू रखना पड़ता है। खर्चे वही बने रहते हैं।
श्री गाडिया ने कहा कि अगले सीजन के थोड़ा बहुत तैयारी हो रही है। पिछले साल की जो तैयारी थी उसका भी माल पहले से पड़ा है। वो माल गया नहीं तो अब के सीजन में काम आएगा।
उन्होंने कहा कि हालात सुधर रहा है। एक आध महीने में और भी सुधार देखने को मिलेगा। दवा बन चुकी है। इससे हालात सुधर रहा है। डीआरडीओ की दवाई आ गयी है। उससे और भी बेहतरी की उम्मीद है। उसकी रिपोर्ट और अच्छी बतायी जाती है।
सरकारें अच्छा काम कर रही है। केंद्र और राज्य की सरकारें एक दूसरे के उपर दोषारोपन कर रही है, ऐसे में कोई काम नहीं होता । फिर भी जो सरकार जितना कर सकती है उतना कर रही है। एक साथ कोरोना के केसेज झटके से इतना बढ़ गया। कोई क्या कर सकता है?
श्री गाडिया ने कहा कि मीडिया ने हालात को ज्यादा खराब कर रखा है। हर जगह मौत की खबरें छाप रहे हैं और प्रसारित कर रहे हैं। वह पोजिटिव बातें नहीं कर रहा है।




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