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भारतीय अर्थव्यवस्था के लिए दीर्घकालिक संभावनाएं मजबूत बनी हुई हैं: केएम बिड़ला

 

Kumar Mangalam Birla

मुंबई :  COVID-19 की दूसरी लहर से इस वित्त वर्ष में भारत की आर्थिक विकास दर का कुछ पुनर्मूल्यांकन हो सकता है, लेकिन देश की दीर्घकालिक संभावनाएं मजबूत बनी हुई हैं, आदित्य बिड़ला समूह के अध्यक्ष कुमार मंगलम बिड़ला ने ग्रुप फर्म अल्ट्राटेक सीमेंट लिमिटेड की नवीनतम वार्षिक रिपोर्ट में ऐसा कहा।  

 

उन्‍होंने कहा कि दूसरी लहर के दौरान उत्पादन और आपूर्ति श्रृंखलाओं में व्यवधान की कम गंभीरता रही।

 

 


 

 

श्री बिड़ला ने कहा कि भारतीय अर्थव्यवस्था वित्त वर्ष 2020-21 की दूसरी छमाही में 'पुनर्प्राप्ति की राह पर थी, मगर अप्रत्याशित रूप से महामारी की दूसरी लहर की चपेट में आ गई।

 


श्री  बिड़ला ने कहा कि टीकाकरण में तेजी से व्‍यापार में गतिशीलता बढ़ी है।  व्‍यापार  संबंधित आर्थिक गतिविधियों में तेजी आयी है।  हालात  तेजी से सामान्यीकरण की ओर बढ़ रही है।

 


सरकार इस वित्त वर्ष में लगभग 11 प्रतिशत सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) वृद्धि का  अनुमान लगा रही है।  रेटिंग एजेंसियों और एशियाई विकास बैंक (एडीबी) ने पहले ही विकास अनुमानों में कटौती कर दी है।

 

श्री बिरला ने कहा कि  RBI [भारतीय रिजर्व बैंक] की निरंतर उदार मौद्रिक नीति और सरकार से पूंजीगत व्यय में अपेक्षित वृद्धि ऐसे कारक हैं जो विकास में सुधार का समर्थन करेंगे।

 


इसके अलावा, वैश्विक विकास संभावनाएं विकास के अतिरिक्त मजबूत चालक के रूप में निर्यात के लिए एक अवसर प्रदान कर रही है, उन्होंने कहा।

 


"उन्होंने कहा कि मध्यम अवधि में सार्वजनिक क्षेत्र के उद्यमों के निजीकरण, परिसंपत्तियों का मुद्रीकरण, राष्ट्रीय बुनियादी ढांचा के कार्यान्वयन, उत्पादन से जुड़े प्रोत्साहन योजना और नए श्रम संहिता के माध्यम से लक्षित निवेश प्रोत्साहन सहित निवेश और विकास के एक अच्छे चक्र को बढ़ावा मिलने की संभावना है।

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