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 Textile Post

You will have to prove the experties and authority in blogging: Pritam Nagrale


ब्लोगिंग में आपको एक्सरपरटीज और औथोरिटी प्रूव करना पड़ेगा: प्रितम नगराले


 

 

प्रितम नगराले आज भारत में एक सफल ब्लोगर हैं। वे २००५ से ब्लोंगिंग कर रहे हैं और इतने ही कम समय में वे देश के गिने चुने सफल ब्लोगरों में गिने जाते हैं। पेश है टेक्सटाइल पोस्ट द्वारा लिए गये उनके इंटरव्यू  का मुख्‍य अंश। 



टेक्सइटाइल पोस्टक: ब्लो‍गिंग क्या है और यह किसके लिए है ?

प्रितम नगराले: यदि आप अपने विचार को दुनियां के सामने लाना चाहते हैं तो ब्लोगिंग आपके लिए एक टूल है जिसका उपयोग करके आप ऐसा कर सकते हैं। ब्लोगिंग की जब शुरुआत हुयी तो उसके अनेक परपस थे। आप अपने हौबी को बताने के लिए ब्लोगिंग कर सकते हैं । इसके माध्यम से आप अपने आइडियाज दुनियां से शेयर कर सकते हैं। कम्पनियां अपने प्रोडक्ट को प्रमोट करने के लिए ब्लोगिंग कर सकती हैं।

बहुत सारे प्रोफेशनल ब्लोगर अपनी कमाई करने के लिए इस फिल्ड में आए । मैं खुद उसी श्रेणी में गिना जाता हूँ। आजकल ज्यादातर लोग यही कर रहे हैं।  आज ब्लोगिंग में अलग अलग तरह के लोग अलग अलग तरह से अपनी इनकम कर रहे हैं। अगर आप का ओवजेक्टिव क्लियर है तो बतौर एक टूल यह आपकी अच्‍छी मदद कर सकता है। यदि आप अपनी आइडिया को शेयर करना चाहते हैं या आप अपने विजनेस को एक्सपैंड करना चाहते हैं तो बतौर एक टूल यह आपकी अच्छी मदद कर सकता है। यह कनटेंट मारकेटिंग के लिए अच्छा प्लेटफार्म है। अगर आप पैसा कमाना चाहते हैं तो यह आपके लिए बहुत अच्छा फिल्ड है। अगर आप लोगों की मदद करना चाहते हैं तो भी यह आपके लिए बहुत अच्छा फिल्ड है।


टेक्सटाइल पोस्ट : इसमें कमाई कैसे होती  है ?

प्रितम नगराले: इसमें कमाई करने के बहुत सारे तरीके हैं। इसमें कमाई का मेन तरीका है गुगल एडसेंस । गुगल का सारा बिजनेस एड पर चलता है। दुनियां की तमाम कम्पानियां गुगल पर ऐड देती हैं। गुगल के जो पबलिसर्स हैं उनके साथ गुगल ने टाईअप किया हुआ है। उन पबलिस्‍ड कंटेंट पर गुगल उन ऐड को लगाता है। उसके बदले गुगल को पैसे मिलते हैं। उन्‍हीं कमाई का एक हिस्सा गुगल ब्लोगरों को देता है जब उस ऐड पर पाठक क्लिक करता है। गुगल एड सेंस के अलावा भी उसी से मिलता जुलता दूसरे एड एजेनसियां भी हैं जो इसी तरह का काम करती हैं ।


दूसरा मशहूर तरीका है एफिलिएट मारकेटिंग का। आप चाहें तो एमेजोन और इतर कम्पनियों के एफीलिएट बनकर पैसा कमा सकते हैं। इसमें आप एमेजोन के प्रोडक्टों को प्रोमोट करते हैं। इसमें आपको २ से १० पससेंट तक का कमीशन मिलता है। यह कमीशन प्राय: प्रोडक्ट  की क्वाालिटीज पर निर्भर करता है। कमाने के लिए एडसेंस और एफिलिएट मारकेटिंग दो प्रमुख तरीके हैं।



टेक्सटाइल पोस्ट: ब्लोगिंग से कितना तक कमा सकता  है ?


प्रितम नगराले: इसमें मैक्सिमम कमाई की कोई लिमिट नहीं है। इसमें बहुत सीखना पड़ता है। अगर आप तरीके से ना करें तो आप सालों साल तक कोई कमाई नहीं कर पाएंगे। इसके लिए स्किल्स डेभलप करनी पड़ती है। मैं खुद गुगल एडसेंस से लगभग १० लाख प्रति माह कमाता हूँ मगर मुझसे कहीं ज्यादा कमाने वाले अनेक लोग हैं, जो २० लाख,  २५ लाख और कई लोग इससे भी कहीं ज्यादा कमा रहे हैं ।


मैक्सिमम कमाई की कोई लिमिट नहीं है। उदाहरण के लिए  टाइम्स ऑफ इंडिया के साइट को मिलियन में विजिट किया जाता है और उसके मिलियन में ऐड भी आते हैं।


टेक्सटाइल पोस्ट: हिंदी ब्लोगिंग कब से लोकप्रिय हुयी और  आगे इसमें कितनी संभावना है ?

प्रितम नगराले: हिंदी ब्लोागिंग की शुरुआत तो काफी पहले हो गयी थी मगर लगभग ५ साल पूर्व हमने गुगल के एक इवेंट में भाग लिया तो उन्होंने तभी बताया था कि वे हिंदी ब्लोगिंग को काफी महत्व दे रहे हैं। आज भारत में लगभग १.३ विलियन की आवादी है और इसमें से अधिकांश हिंदी पढना चाहती है। आज यह बहुत पोपुलर हो रहा है। भविष्य  में इसका बहुत ज्यादा डिमांड होने वाला है। इसमें बहुत पोटेनसियल है।

टेक्सटाइल पोस्ट: इसमें गुगल ऐडसेंस से ऐड मिलने की क्या प्रक्रिया है ?

प्रितम नगराले: आप गुगल के पेज पर उसके ऐडसेंस के पेज पर जांय और वहां आप साइन अप करें। उसमें आप अपने वेवसाइट का नाम और बांकी डिटेल भर दें। और एप्लाई कर दीजिए। फिर वह आपके वेवसाइट का रिव्यू  करता है कि उस पर कितना ट्राफिक आता है। आपके वेवसाइट का डेजायन कैसा हैइसका नेवीगेशन कैसा है और आपने किस तरह का कनटेंट लिखा है, आदि।

फिर वह आपको कुछ ही दिनों में एफरूव कर एक कोड जेनरेट कर आप को देता है।  आप अपने साइट पर वह कोड डाल देते हैं और आपको ऐड आना चालू हो जाएगा। इसके अलावा आप निजी स्तर पर भी एड ला कर उसमें लगा सकते हैं। और उससे आप कमा सकते हैं।


टेक्सटाइल पोस्ट: एक ब्लोगर को सफलता के लिए किन बातों का खयाल रखना चाहिए ?

प्रितम नगराले: उन्हें आलस्य से बचना चाहिए। उसे रेगुलर और ओरिजिनल कंटेंट लिखना चाहिए। वैल्यूवेबल कंटेंट होना चाहिए। वह लोगों को पसंद आना चाहिए। उसके लिए रिसर्च भी करना चाहिए। ब्लोगर को सर्च इनजन ओपटेमाइजेशन भी सीखना चाहिए।


टेक्साटाइल पोस्ट: आप ब्लोगिंग में कब और कैसे आये और उससे पूर्व आप क्या करते थे ?


प्रितम नगराले: मैं २००९ में ब्लोगिंग में आया। लेकिन उससे पहले मैं एफीलिएट मारकेटिंग करता था। मैने १९९९ में इंजिनियरिंग की पढाई पूरी की उसके बाद कुछ दिन टिचिंग की और फिर २००४ में  मैंने एफीलिएट मारकेटिंग शुरू किया।

२००५ में मुझे पहली बार एफीलिएट मारकेटिंग से पैसे आए वो भी यूएसए से। ब्लोाग से पहली कमाई लगभग १.५ साल के बाद आयी। लेकिन बड़ी सफलता लगभग ३ साल बाद मिली। २०१२ से बेहतर सफलता मिली।


टेक्सटाइल पोस्ट: जो लोग अभी ब्लोगिंग में नये हैं उनके लिए आपका क्या मैसेज है ?

प्रितम नगराले: आज ब्लोगिंग पहले जैसा नहीं रहा। आज आपको काफी मिहनत करनी पड़ेगी। आप जिस फिल्ड में ब्लोगिंग कर रहे हैं उसमें आपको एक्सडपरटीज और औथोरिटी प्रूव करना पड़ेगा। अगर आप उस फिल्ड के एक्सपर्ट नहीं हैं और आप इधर उधर से लेकर कंटेंट डाल रहे हैं तो आपके सफल होने के संभावना कम हैं।


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