गांधी नेहरू परिवार क्यों चाहता है कि नीरब मोदी का प्रत्यर्पन
न हो सके
आखिरकार राहुल गांधी की पोल खुल ही गयी। कांग्रेस का
काला चेहरा दुनियां के सामने आ गया। भारत का आर्थिक अपराधी और अंतराष्ट्रीय भगोरा
नीरव मोदी लंडन के जेल में कैद है और उसपर वहीं की अदालत में भारत बनाम नीरव
मोदी  मुकदमा चल रहा है। उसने पंजाब नेशनल
बैंक का ११५०० करोड़ का घोटाला किया है। ये सभी घोटाले कांग्रेस के शासनकाल में ही
हुए थे। भारत की तरफ
से जो एजेंसी लड़ रही है, उसने अपने
तमाम एवीडेंसेस और डक्यूमेंट कोर्ट के सामने रखे। भारत की
जांच एजेंसियां उसको भारत लाना चाहती हैं। 
वहां उसको बचाने के लिए जो
आदमी सामने आया है, वह एक रिटायर्ड जज है, और
कांग्रेस का नेता है। उसका नाम है अभय तिप्से। ये राहुल गांधी के बहुत करीबी
हैं। ये हमेशा से कांग्रेस के इकोसिस्टम के अंग रहे हैं। अदालत में रहकर इसने हमेशा
से कांग्रेस, नकसली, और भारत के विघटनकारी ताकतों
का साथ दिया है। इसका एक लंबा चौरा काला इतिहास है। कांग्रेसी नेता अभय तिप्से ने
लंडन की अदालत में नीरव मोदी के पक्ष में गवाही दी। तिप्से ने कहा कि नीरव मोदी
के खिलाफ भारत में कोई केस नहीं बनता। सरकार और सीबीआई तो बस यह कह रही है कि इसे
भारत प्रत्यर्पन करो। बांकी काम तो भारत की अदालत करेगी। 
सवाल यह है कि यदि नीरव मोदी के खिलाफ कोई केस नहीं बनता
तो राहुल गांधी कल तक क्यों शोर मचा रहे थे कि नीरव मोदी चोर है, भगोड़ा है, भाजपा ने उसे
भगाया है। भाजपा उससे मिली हुयी है।  यदि नीरव
मोदी के खिलाफ कोई केस नहीं बनता तो वह  भागा
क्यों ? भारत में उसका कारोबार है। उसे संहालने के लिए उसका भारत में रहना ज्यादा
लाभकारी है। फिर वह किस डर से भागा हुआ है? 
नेता बनने से पहल वह मुंबई के हाई कोर्ट में जज था। रिटायर्ड होने के तुरंत
बाद इसने  १३ जून २०१८ को राहुल गांधी से
मिलकर कांग्रेस ज्वयन किया था। तब इसने कहा था कि उसने सांप्रदायिक ताकतों से
लड़ने के लिए कांग्रेस ज्वयन किया। इनकी उपलब्धियों की लिस्ट लंबी है। यह
नकसलवादियों को यह कहकर जमानत देता था कि उनके विरुद्ध सबूत अपर्याप्त हैं लेकिन
सोहराबुद्दी मामले में इसने ९ अभियुक्तों को दाषी करार दिया था। इसी ने सलमान खान
को जमानत पर छोड़ा था। इसी ने जस्टिस लोया की मृत्य पर सवाल उठाए थे, जबकि खुद जस्टिस
लोया  का परिवार इसका खंडन कर चुका था।
एक तरफ राहुल गांधी सरकार पर सवाल उठा रहा थे कि नीरव
मोदी को भाजपा ने फरार करवाया है। अब राहुल क्यों चाहते हैं कि नीरब भारत नहीं
आए। नीरव मोदी का राहुल, प्रियंका, बाड्रा से बहुत करीबी रिश्ते है। २०१३
में इंपीरियल होटल में नीरव मोदी की एक कोकटेल पार्टी हुयी थी। इसमें राहुल गांधी
शामिल थे, यह सहजाद पूनावाला बताते हैं।
सवाल यह उठता है कि राहुल गांधी इतने बड़े अपराधी का
बचाव क्यों कर रहा है। उसका उत्तर सरल है। मोदी को कानून कायदे की अवहेलना करके और
बैकों पर दवाब डालकर लोन दिलवाया गया था। उसे जब भारत लाया जाएगा तो सीबीआई और ईडी
उसका मुह खुलबाएगी । इसमें गांधी परिवार के साथ चिदंबरम और मनमोहन सिंह का नाम भी आने
वाला है। इसलिए सब डरे हुए हैं। और वे चाहते हैं कि किसी तरह नीरव मोदी और विजय माल्या
भारत नहीं आए। मगर अब उन लोगों के आने का मार्ग प्रशस्त हो गया है। 

 

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