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कोरोना महामारी के कारण टेक्‍सटाइल इंडस्‍ट्री ६ महीने पीछे चली गयी: सुरेश सोट्टानी


Suresh Sottany
Suresh Sottany


मुंबई: कोरोना महामारी के कारण टेक्‍सटाइल इंडस्‍ट्री ६ महीने पीछे चला गया। पेमेंट इस कदर  अटक गया है कि बकाया का तगादा करने पर कोई फोन तक नहीं उठाता है। यह बहुत परेशानी वाली बात हो गयी  है। दुकाने बंद पड़ी हैं। व्‍यापारियों का आना जाना और मिलना जुलना बंद हो चुका है। ३ महीनों से लॉक डाउन चल रहा है। क्‍या करें यह समझ में नहीं आता है। पेमेंट का और उत्‍पादन का कोई सम्‍भावना नहीं है, रेस्‍पोंस नहीं है। नयन कॉटन के डायरेक्‍टर श्री सुरेश सोट्टानी ने यह जानकारी दी।

ईद के लिए जो भी कपड़ा बनाया गया वह सब धरा का धरा रह गया

उन्‍होंने कहा कि ईद वैसे ही निकल गयी। उसके लिए जो भी कपड़ा बनाया गया वह सब धरा का धरा रह गया। बड़ी मात्रा में कपड़ा डाइंग हाउसेस में पड़ा है। कैसे क्‍या करे यह समझ में नहीं आ रहा है। पोजीशन बहुत खराब हो चुका है।

श्री सुरेश सोट्टानी ने कहा कि उत्‍पादन पूरी तरह रूक गया है। कोई आदमी कपड़ा लेने का तैयार नहीं है। ग्रे में १० से १५ फीसदी भाव टूट गये हैं। फिनिश माल में भी लोग दाम तोड़ कर बेचने को तैयार हैं। फिरभी कपड़ा बिकता ही नहीं है। दुकान ही नहीं खुलेगा तो कपड़ा बिकेगा कहां से। उन्‍होंने कहा कि यदि दुकाने खुल भी गयी तो अगले दो तीन महीने तक कोई व्‍यापारी आएगा नहीं।

श्री सोट्टानी ने कहा कि रेडीमेड उत्‍पादकों ने जो माल लिया था उनका उत्‍पादन रुका हुआ है। उनसे यदि तगादा किया जाता है तो वे माल वापस करने धमकी देते हैं। कोरोना ने टेक्‍सटाइल जगत का बहुत नुकसान किया है।

२०२० में तो कोई उबरने का रास्‍ता नहीं दिखता

उन्‍होंने कहा कि २०२० में तो कोई उबरने का रास्‍ता नहीं दिखता । लगता है कि दिसम्‍बर तक ट्रेन चालू हो जाएगी तक कुछ मूवमेंट बाजार में दिख सकता है। अन्‍यथा कपड़ा का व्‍यापार इसी तरह रुका रहेगा।
श्री सुरेश सोट्टानी ने कहा कि उत्‍पादन आरंभ होने में कम से कम तीन महीने तो लगेंगे। ग्रे बनने में एक से दा महीना लगता है। एक से डेढ महीना डाइंग वाला ले लेता है। प्‍लानिंग के चार महीने बाद हमारे हाथ में उत्‍पाद आता है।

लगभग ९० फीसदी मजदूर घर चले गये

श्री सुरेश सोट्टानी ने  कहा कि मजदूर सब गांव चले गये हैं। न तो भिवंडी में मजदूर है, न डाइंग में मजदूर है, न आफिस में मजदूर है। लगभग ९० फीसदी मजदूर घर चले गये हैं। अभी तक कोई वापस आये नहीं हैं। अगले तीन चार महीने तो ऐसा ही चलने वाला है ऐसा लगता है। बाद में सुधरना तो भगवान के हाथ में है। अभी अपने हाथ में कुछ नहीं है।

श्री सोट्टानी ने कहा मजदूरों को मालिक तो उसी समय तक सम्‍हालेगा जब तक मालिक के पास इनकम आता रहेगा। अन्‍यथा मालिक भी कहां से सम्‍हाल पाएगा। ये पोजीशन बन गयी है।  
   

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