मुंबई: कोरोना महामारी के कारण टेक्सटाइल जगत बुरी तरह प्रभावित हुआ है। सब
जगह लॉक डाउन था। हमारा काम स्कूल युनीफार्म का है । यह काम बुरी तरह प्रभावित
हुआ है। पूरा कपड़ा मारकेट प्रभावित हुआ है। इसका पूरा काम माइनस में आ गया है। मुकेश
टेक्सटाइल्स के डायरेक्टर श्री मुकेश भंडारी ने यह जानकारी दी। यह कम्पनी मुक्शा
ब्रांड के अंतर्गत स्कूल युनिफार्म फैब्रिक का उत्पादन एवं मारकेटिंग करती है।
श्री मुकेश भंडारी ने कहा कि जो हाल फैंसी फैब्रिक का हुआ है वही हाल
युनीफार्म फैब्रिक का भी हुआ है। स्कूल खुले नहीं तो कपड़ा किसी ने लिया नहीं।
मुंबई में १९ तारीख से ट्रेने बंद हो गयीं। तो उसके बाद व्यापार रुक गया। जनवरी
और फरवरी में हमलोगों का माल बन कर आता है। उसके बाद उसका डिस्पैच होना था।
अप्रैल मई जून में वह सेल किया जाता है। मगर इसी बीच कोरोना महामारी का प्रकोप हो
गया और यूनीफार्म कपड़ो का सारा सेल ही रुक गया। अब स्कूल कब खुलेंगा यह अभी कुछ
निश्चित नहीं है।
मुकेश टेक्सटाइल्स के डायरेक्टर ने कहा कि मजदूरों को शुरू में बंदी के
बावजूद एक दो महीना उत्पादकों ने सैलरी दिया है। बाद में भी उत्पादक उन्हें
सैलरी दे रहे हैं। कुछ लोग आधी सैलरी दे रहे हैं, कुछ २० से ३० फीसदी
कटौती कर रहे हैं। मगर जो मजदूर घर नहीं गये मालिक लोग उनकी देखभाल कर रहे हैं।
मगर नुकसान उत्पादकों का भी हुआ है और कामगारों का भी।
उन्होंने कहा कि इस महामारी में मध्यम वर्ग के लोगों का सबसे बड़ा नुकसान
हुआ है। मजदूरों को सरकार और समाज से भी राहत और सहयोग प्राप्त हुआ है। अमीरों को
इन सब बातों से इसलिए ज्यादा फर्क नहीं पड़ता क्योंकि वह आर्थिक रूप से सुरक्षित
है। मगर मध्यम वर्ग का आदमी कहां जाएगा।
मुक्शा ब्रांड के डायरेक्टर ने कहा कि जब तक कोरोना के केसेज कंट्रोल
नहीं होंगे तब तक यह व्यापार स्मूथ तो नहीं चलेगा। इस साल की दिपावली यदि सफल
नहीं गयी तो हम उत्पादकों को काफी मुश्किल होगी। हम फैब्रिक उत्पादकों को
दीपावली से सात से आठ महीने का खर्च निकल आता है। अगर दीपावली खराब गयी तो टेक्सटाइल
व्यापार का बुरा दौर शुरू हो जाएगा। उससे सब चीजें प्रभावित हो जाएंगी। टेक्सटाइल
उत्पादक छोटा से बड़ा सभी प्रभावित हो जाएंगे।
श्री मुकेश भंडारी ने कहा कि कोरोना महामारी आज न कल जाएगी । तब सब कुछ
धीरे धीरे रूटीन में आ जाएगा। मगर अब उधारी की जगह कैश में काम करने की जरूरत होने
वाली है। बाहर गांव की बहुत सारी पार्टियों के बदमाशी की खबरें आ रही है। उनका आना
तो बंद है ही साथ ही वे पैसा देने से भी बाज आ रहे है। यह स्थिति बहुत जगह से
सुनने में आया है। बहुत सारे किरायेदार दुकान छोड़कर चले गये।
मुकेश टेक्सटाइल्स के डायरेक्टर ने कहा कि मजदूर गांव चले गये । उसमें
से बहुत नहीं भी लौटेंगे। पहले वाली स्थिति आने में थोड़ा टाइम लगेगा।
उन्होंने कहा कि यदि फैंसी माल जो चीन से आता है वह यदि रूक जाय तो यहां
के उत्पादकों को बढाबा मिलेगा। अभी तो सूटिंग में चीन का ज्यादा माल आ रहा है।
उसमें हो सकता है कि सरकार की तरफ से रोक लगे।
लेकिन जो मशीनरी है वह तो हमलोग चीन से ही खरीदते हैं। उसका फिलहाल रेट के
हिसाब से कोई तोड़ नहीं है।


.jpg)

.jpg)








.jpg)
0 टिप्पणियाँ
Please do not enter any spam links in the comment box.