Header Ads Widget

 Textile Post

No justice, All politics in Arnab’s arrest

 

Adya Madhukar Naik and Daughter


 

 

मुंबई: आज से करीब ढाइ साल पहले की बात है। ५ मई २०१८ को मुंबई के रहनेवाले 53 वर्षीय इंटिरियर डेजायनर अन्‍वेय नाइक फांसी लगाकर आत्‍महत्‍या कर लेते हैं। उनकी माता जी का शब भी उसी घर में पाया जाता है। उसमें एक सुसाइड नोट पाया जाता है।

 

यह आत्‍महत्‍या संदेहस्‍पद है

 

अन्‍वेय नाइक ने अपने सुसाइड नोट में लिखा कि हम (We)  आर्थिक कठिनाई के कारण आत्‍महत्‍या कर रहे हैं। उन्‍होंने ३ लोगों पर बकाया पैसा न देने  का आरोप लगाया । (१) अर्नव गोस्‍वामी  (जिनपर ८३ लाख बकाया था), (२.) फिरोज शेख((जिनपर ४ करोड़ बकाया था,) और नितिश शारदा ((जिनपर ५५ लाख बकाया था)।

यह धटना रायगढ के अलीबाग शहर में हुइ थी। करीब एक साल तक इसकी इनवेस्टिगेशन चली। अप्रैल २०१९ को रायगढ पुलिस ने अदालत में इस केस को क्‍लोज करने के लिए अर्जी फाइल की। पुलिस ने कहा कि  इसमें उसे पर्याप्‍त सबूत नहीं मिल पाया।

केस की रिओपनिंग

१६ अप्रैल २०१९ को मजिस्‍ट्रेट ने पुलिस के समरी रिपोर्ट को स्विकार कर लिया। और इस केस को क्‍लोज कर दिया गया।  मई २०२० को महाराष्‍ट के गृह मंत्री ने इस केस को रिओपेन किया । उनके अनुसार इस केस मे कंपलेनेंट को इंसाफ नहीं मिला इसलिए इसे दुबारा ओपेन किया गया।

 

इसमें अन्‍वेय नाइक की पत्‍नी (और बेटी) ने आरोप लगाया है कि उन्‍हें अर्नव गोस्‍वामी ने पैसे नहीं दिए इसलिए उनके पति और सास ने आत्महत्‍या की।

आरोप निरस्‍त

रिपब्‍लिक ने कहा है कि बकाया रकम का ९० प्रतिशत नाइक को भुगतान किया जा चुका है। और उनका शेष १० प्रतिशत भुगतान जो बाद में उनके बैंक को जब भेजा गया तब उनका खाता बंद हो चुका था। इसलिए वो रकम लौट आयी। यह खबर उस समय इंडियन एक्‍सप्रेस में और दैनिक जागरण में छप चुकी है।

 

इस मामले में कई सवाल खड़े होते हैं। यह सामान्‍य परम्‍परा है कि कुछ थोड़े पैसे इसलिए रोके जाते हैं कि बाद में काम में यदि कोई कसर निकल आती है तो उसकी भरपायी हो सके या उसे मरम्‍मत के लिए बुलाया जा सके। जब ९० प्रतिशत रकम चुका दिया गया तो बचे हुए १० प्रतिशत के लिए तो कोई सुसाइड करेगा नहीं। फिर एफआइआर का सवाल कहां से आ गया?

 

सुसाइड नोट:

 

                      Suicide Note

We are committing suicide due to following:

# Om ( Concord designing pvt. Ltd) we both directors (1) Mr.  Anvya M Naik and  (2) Kumud M Naik, money is stuck in following owners of  respected companies are not paying our legitimate dues.

1. Mr Arnav Goswami- ARG Out  Media of Republic Tv not paid  83 lakh the Bombay dying studio project. 

2. Firoz Shaikh- Icastx/Ski media not paid our 400 lacs in Laxmi 3rd and 4th floor  Idea square projet in Andheri.

3. Mr . Nitin Sahrda owner of Smart Work –  Megaipatta & bavel project –( 55 Lakh pending)

Kindly collect the money from them and held them responsible for our death and pay to cuditors .

Signature of Anve Naik

 

हैंडराइटिंग एक्‍सपर्ट की रिपोर्ट

इस सुसाइड नोट में कई ऐसी बाते हैं कि इससे यह लगता है कि यह अन्‍वेय नायक की हैंडराइटिंग में है ही नहीं। हैंडराइटिंग एक्‍सपर्ट ने यहां तक साबित कर दिया है कि यह हैंडराइटिंग किसी महिला की हो सकती है।

मां का साइन या थंब इंप्रेशन नहीं है

इस नोट में लिखा है कि We are committing suicide मगर  इसमें अन्‍वेय की साइन तो है मगर उसकी मां का साइन या थंब इंप्रेशन नहीं है। इसका मतलब यह है कि मां ने तो सुसाइड किया ही नहीं। यह सुसाइड नोट तो मां ने देखा ही नहीं। सवाल यह है कि मां ने सुसाइड किया भी था या नहीं । या फिर मां की हत्‍या हुयी थी?

आदमी ने अपनी मां के साथ आत्‍महत्‍या कर ली। यह तो अद्भुत केस है।

एक निराश आदमी प्राय: अपने परिवार के साथ आत्‍महत्‍या करता है। इस मामले में पत्‍नी और बच्‍चे को कुछ नहीं हुआ और आदमी ने अपनी मां के साथ आत्‍महत्‍या कर ली। यह तो अद्भुत केस है।

(७ मई २०१८ के इंडियन एक्‍सप्रेस) अर्नव गोस्‍वामी के खिलाफ एफआइआर होता है। इसमें नाइक की पत्‍नी अर्नव पर आरोप लगाती हैं कि उसने बकाया रकम नहीं चुकाया इसलिए उसके पति और सास ने आत्‍महत्‍या की। तभी रिपब्‍लिक टीवी ने बकाया रकम का स्‍पष्‍टीकरण दे दिया था। कि उसके पास पेमेंट चुकाने के सारे डिटेल हैं। इसके अलावा गोहाटी में Now News (६ मई २०१८) में भी इसी आशय की खबर छपी है।

 

मां बेटी एतिहाद टावर अबूधाबी में मौज मस्‍ती करती हैं

किसी आदमी के घर में दो दो आत्‍म हत्‍या हो जाय तो आदमी टोन डाउन हो जाता है। उसका उत्‍साह कम हो जाता है।  मगर आरोप लगाने वाली महिला अन्‍वेय नाइक की बीवी अध्‍या अन्‍वेय नाइक और बेटी  अक्‍टूबर १० २०१९ से २४ नवम्‍बर २०१९ तक एतिहाद टावर अबूधाबी में मौज मस्‍ती करती हैं। वे उसमें ऐसे कपड़ो और बदन से चिपके हुए वस्‍त्र में खुश दिखाइ पड़ती हैं कि यह बिलकुल ही नहीं लगता कि कुछ ही दिन पहले वे विधवा हो चुकी हैं।

फिर उनपर तो करोड़ो रुपये का बकाया था। उनकी जिम्‍मेवारी तो यह बनती थी कि अगर उनके पास पैसे आते हैं तो उनको बकाया चुकाना चाहिए। मगर वे तो लैविस लाइफ जी रही हैं।

अलीबाग जाकर मां और बेटे ने आत्‍म हत्‍या

आखिर वह कौन सी बात थी कि अलीबाग जाकर मां और बेटे ने आत्‍म हत्‍या की। पुलिस रकार्ड के अनुसार अन्‍वेय ने अपने ने फांसी लगाया था और उसकी मां नीचे मृत पायी गयी। औटोप्‍सी के अनुसार दोनो की  बॉडी डैमेज्‍ड थी। मां की मौत कैसे हुयी यह स्‍पष्‍ट नहीं था।

इस घटना के एक महीने के अंदर मां बेटी की नयी कम्‍पनी

इस घटना के एक महीने के अंदर अन्‍वेय की बीवी और बेटी ने आर्किटेक्‍ट और इंटिरियर डेजायन की नयी कम्‍पनी खोल लिया। उन्‍होंने अन्‍वेय की लिगेसी को बरकरार नहीं रखा।

 

महाराष्‍ट्र सरकार के ४० टॉपमोंस्‍ट अधिकारी काम पर लगाए गये

अर्नव को फसाने के लिए महाराष्‍ट्र सरकार के ४० टॉपमोंस्‍ट अधिकारी काम पर लगाए गये हैं। यह हम आप टैस्‍टपेयर पब्‍लिक पैसे पर तनखा पाने वाले लोग हैं। क्‍या हमने सरकार को इसलिए चुना था कि वह अपना बदला निकाले किसी के साथ।

कागज पढकर आरोप लगाने की जरूरत

अन्‍वेय मधुकार नाइक की बीवी ५ मई २०२० को २ मिनट का एक विडियो जारी करती हैं । उसमें वह कहती हैं कि मेरे पति और सास की आत्‍म हत्‍या के लिए अर्नव गोस्‍वामी जिम्‍मेवार हैं। ये महिला एक कागज पर लिखा हुआ स्‍क्रिप्‍ट पढ़ कर आरोप लगा रहीं हैं। जिसके साथ ऐसा हादसा होगा उसे सब कुछ याद रहेगा। उसे कागज पढकर आरोप लगाने की जरूरत नहीं पड़ेगी।

सिर्फ और सिर्फ अर्नब गास्‍वामी जिम्‍मेवार होंगे

मोहतरमा कह रही हैं कि यदि मेरे और मेरी बेटी के साथ कुछ हुआ तो इसके लिए सिर्फ और सिर्फ अर्नब गास्‍वामी जिम्‍मेवार होंगे। जबकि जिस आदमी पर उनका ४ करोड़ बकाया है उसका वह नाम तक नहीं लेती है। इस आरोप पत्र में ३ आदमी पर आधारित है मगर वे बांकी दो लोगों का नाम तक नहीं लेती हैं। यह एक साजिश लगती है। यह महि‍ला अटक अटक कर इस तरह बोल रही है। उससे भी इनके झूठ का रिफलेक्‍शन दिखाई पड़ता है। यह ५ मई की विडियो है ऐसा वह बता रही हैं।

४ मई २०१९ को शरद पवार के साथ फोटो में प्रशन्‍नता

४ मई २०१९ को इनका शरद पवार के साथ एक फोटो नेट पर उपलब्‍ध है । उसमें वह सजी धजी दिखाई पड़ती हैं। मुस्‍कुरा रही हैं। खुश लग रही हैं। इनको देखकर लगता ही नहीं है कि इनको कोई दुख है। जबकि एक दिन बाद इनके पति के आत्‍महत्‍या की एनवरसरी है। ऐसे में कोई भी दुखी दिखेगा ऐसी उससे आशा नहीं की जाती है। इनको तो काफी तकलीफ में होनी चाहिए थी।

पति की मौत के दो साल बाद ढोंग और नाटक

जबकि ५ मई २०२० को अर्थात पति की मौत के दो साल बाद यही महिला रो रो कर अर्नव पर आरोप लगा रही हैं। इन्‍होंने इसमें ना तो अच्‍छे कपड़े पहने हैं। ना गले में माला है। ना चेहरे पर मुस्‍कान है। यह बिलकुल ढोंग और ड्रामा लग रहा है। इनको दो साल बाद यह नाटक करना क्‍यों पड़ रहा है? लगता है कि इनका शरद पवार के साथ कोई डील हुयी है। वह दो साल बाद अब क्‍यों न्‍याय की गुहार लगा रही हैं। इनको पहले न्‍याय की गुहार लगाने की याद क्‍यों नहीं आयी। शरद पवार जैसे हैवी वेट पौलिटिसियन से इनके तआल्‍लुकात तो पहले से भी थे तो २०२० के ५ मई से पहले इनको यह न्‍याय की याद क्‍यों नहीं आयी ?

अन्‍वेय की आत्‍महत्‍या के बाद मां बेटी नॉरमल लाइफ जी रही हैं

इस महिला और इनकी बेटी के फोटो जो इंसटाग्राम और अन्‍य सोशल मिडिया पर उपलब्‍ध हैं उससे लगता है कि अन्‍वेय की मौत के बाद से मां बेटी नॉरमल लाइफ जी रही हैं। इनको कोई परेशानी नहीं है। आप के घर का कोई बंदा गुजर जाता है तो आपको नॉरमल होने में काफी समय लगता है। जबकि ये मां बेटी २०१९ से पहले ही नॉरमल हो गयी थीं। कुछ तो दाल में काला है। यह भी मुमकिन है कि इन्‍होंने ही अपने सास और पति को मारा हो।

 

यह गलत बात है कि इन्‍होंने अर्नब गोस्‍वामी पर इल्‍जाम लगाया और पुलिस अर्नव को उठा कर ले गयी। मेरा ख्‍याल है कि इस केस को पूरी तरह से रीइनवेस्टिगेशन होनी चाहिए और सीबीआइ के हाथ में मामला जाना चाहिए।

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ