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| Mukesh Shah, Textile Agent |
मुंबई: दीपावली के उपरांत टेक्सटाइल बाजार थोड़ा ठंढा रहता है। इसबार भी हालात वही हैं। टेक्सटाइल एजेंट मुकेश कांतिलाल शाह ने यह जानकारी दी।
उन्होंने कहा कि वापस मारकेट में हलचल शुरू हो गया है। पैसे की आवक भी शुरू हो गयी है। बाजार सामान्य गतिविधि की तरफ थोड़ा थोड़ा बढता हुआ दिखता है। कोरोना की वजह से पब्लिक का घरों से निकलना काफी कम हो गया है। गांव खेड़े में लोग घर से बाहर निकल रहे हैं। वहां थोड़ा थोड़ा काम हो रहा है। मुंबई में भी बाजार थोडा थोड़ा खुल रहा है।
श्री शाह ने कहा कि बांकी सालों के अनुपात में इस साल लगन कम है। कोरोना महामारी के कारण अनेक रेस्ट्रिक्शंस भी हैं। बड़ी गैदरिंग करने पर पावंदी है। वेडिंग में कम से कम आदमी भाग लेते हैं। इसका फैब्रिक के व्यापार पर बहुत असर पड़नेवाला है।
श्री शाह ने कहा कि अगर कोरोना दब गया तब यह साल अच्छा जाएगा। मगर चर्चा है कि दूसरा और तीसरा वेब आ सकता है। इससे लोग घबराए हुए हैं। टेक्सटाइल उत्पादकों और व्यापारियों के बीच थोड़ा डर और आशंका का वातावारण है। लोग सचेत हो गये हैं। व्यापार इसके कारण स्लो हो गया है।
उन्होंने कहा कि उत्पादन स्लो हो गया है। रौ मेटेरियल की कीमतें बढ़ चुकी हैं। उत्पादन का स्तर २५ प्रतिशत तक गिर गया है। मजदूर फिर से अपने गांव की तरफ लौट रहे हैं, क्योंकि उत्पादन का काम कम हो गया है। प्रोडक्शन में तकलीफें आ रही है। उत्पादन संतोषजनक तो नहीं हो रहा है।
श्री शाह ने कहा कि आगे कैसा माहोल रहेगा, यह अभी अनिश्चित लगता है। यह सब आने वाले समय में कोरोना की स्थिति पर निर्भर करेगा। कोरोना में पिछला साल अच्छा नहीं गया। काम ठप जैसा ही था। इस साल भी बहुत कुछ कोरोना पर ही निर्भर करता है। कोरोना का वेब आ गया तो तकलीफ ही तकलीफ रहेगी।
श्री शाह ने कहा कि मगर यह भी आशा है कि उसकी वैक्सिन समय से बन जाय तो चीजें दुरुस्त होने लगेगी। मगर अभी से कुछ कहना मुश्किल है।


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