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अब किसान संगठन दीप सिद्धू के सर सारा मलबा डालकर बचना चाहते हैं

 

Deep Siddhoo with Sanni Deol


 

 

यह जो कुछ कल दिल्‍ली में गणतंत्र दिवस के अवसर पर हुआ है, वह बामपंथी किसान संगठनों ने सभी किसान संगठनों की सहमति से योजना बनाकर किया था। अब वे सभी संगठन दीप सिद्धू नामक गायक और एक्‍टर के सर सारा मलबा डालकर बचना चाहते हैं। और साथ ही यह भी साबित करने की कोशिश की जा रही है कि दीप सिद्धू भाजपा का आदमी है। जबकि उसका भाजपा से कोई लेना देना नहीं है। पीएमओ से तो दूर तक उसका कोई लेना देना नहीं है। यह आरोप पूरी तरह से झूठ सावित हुआ है। लाल किले पर झंडा फहराने के मामले में एन आइ ए ने अभी दीप सिद्धू को नोटिस भेजा है।  

 

 


किसान संगठनों की और गोदी मीडिया की यह संयुक्‍त कोशिश चल रही है कि दिल्‍ली में गणतंत्र दिवस पर जो हुआ उसका ठीकरा क्‍यों न सरकार के माथे पर फोड़ दिया जाय।

 

पुलिसवालों के ऊपर, लोगों के ऊपर, मिडियावालों के ऊपर जो ट्रैक्‍टर चलाए गये, जो अत्‍याचार का तांडव मचाया गया, उसे दरकिनार करके यह स्‍थापित करने का प्रयास किया जा रहा है कि दीप सिद्धू ने ही यह सब किया है और वह वह भाजपा के लिए काम करता है।

 

इसको साबित करने के लिए वे एक फोटो पेश करते हैं जिसमें नरेंद्र मोदी और सनी देवल के साथ  दीप सिद्धू भी दिखायी देता है। वह तब सनी देवल के चुनाव आभियान में सनी के लिए कैंपन मैनेजर था। इसी वजह से वह सनी देवल के साथ प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी से मिलने गया था। धर्मेंद्र और हेमा मालिनी के साथ भी उसकी तस्‍वीर है। सनी देवल ने स्‍पष्‍ट तौर पर कह दिया है कि मेरा उससे कोई लेना देना नहीं है।

 

बामपंथी प्रोपेगैंडा तंत्र

यह बामपंथी प्रोपेगैंडा तंत्र का कमाल है कि जो दीप सिद्धू धोर खालिस्‍तान समर्थक है, उसे भाजपा से और खास कर पीएमओ से जुड़ा हुआ आदमी साबित कर रहा है। इस तंत्र का कहना है कि नेरेंद्र मोदी  के इशारे पर दीप सिद्धू ने यह सारा आतंक का तांडव किया और इसमें किसान संगठनो का कोई हाथ नहीं है।  

 

दीप सिद्धू घोर खालिस्‍तान समर्थक है

 

दीप सिद्धू खालिस्‍तान समर्थक है। उसने बरखा दत्‍त के इंटरव्‍यू में स्‍वयं कबूला है कि मैं भाजपा का समर्थक नहीं हूं, भाजपा से हमारा कोई लेना देना नहीं है। मैं सनी देवल के साथ चुनाव में जुड़ा हुआ था। दीप सिद्धू का भारतीय जनता पार्टी से कोई लेना देना नहीं है। वह भिंडरवाले का घनघोर समर्थक है।

 

 

किसान संगठनो की हिपोक्रैसी

किसान संगठनो की अब कोशिश चल रही है कि दीप सिद्धू पर यह आरोप लगाकर वे अपने कुकर्म, आतंक, गुंडागर्दी को लोगों के सामने दूसरी तरह से पेश कर सकें।   

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